अंतरराष्ट्रीय
बड़ा खेल कर रहे ट्रंप, पाकिस्तानी मुनीर को ला रहे नजदीक, एशिया में बजी खतरे की घंटी
बड़ा खेल कर रहे ट्रंप, पाकिस्तानी मुनीर को ला रहे नजदीक, एशिया में बजी खतरे की घंटी
सीएन, नईदिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर के सम्मान में व्हाइट हाउस में लंच आयोजित किया था। इस लंच में मीडिया को आने की अनुमति नहीं थी। यह पहला मौका है जब ट्रंप ने किसी विदेशी सेना प्रमुख को इस तरह की वन-ऑन-वन बैठक के लिए व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया है। इससे पहले 2001 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने राष्ट्रपति और सेना प्रमुख दोनों की हैसियत से अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश से मुलाक़ात की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ एक ऐसा समझौता करने की कोशिश की है जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार आएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने बुधवार को पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर के साथ वर्किंग लंच किया। बाद में उन्होंने कहा कि मुनीर से मिलकर उन्हें सम्मानित महसूस हुआ और उन्होंने उन्हें स्मार्ट व्यक्ति बताया। हालांकि वर्किंग लंच सुनने में साधारण लग सकता है लेकिन यह मुलाकात अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। बताया गया कि ट्रंप ने पाकिस्तान को सैन्य मदद जैसे फाइटर जेट देने की बात कही है। अमेरिका के राष्ट्रपति को बदले में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों और बंदरगाहों तक पहुंच चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने मुनीर से पाकिस्तान के सैन्य अड्डों पर नियंत्रण मांगा है। अमेरिका चाहता है कि वह पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों तक पूरा एक्सेस पाए। बता दें कि पाकिस्तान ऐतिहासिक रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका का साझेदार रहा है और उसने शीत युद्ध और अफगानिस्तान में युद्धों में पश्चिम का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन अमेरिका.पाकिस्तान संबंध पिछले जो बाइडन प्रशासन के दौरान बहुत खराब स्थिति में पहुंच गए। बाइडन ने चार वर्षों में अपने पाकिस्तानी समकक्ष से कभी बात नहीं की। लेकिन अब ऐसा लगता है कि ट्रंप एक बार फिर पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं और वो भी ऐसे समय में जब भारत के साथ उनके रिश्ते खराब होने लगे हैं। ट्रंप ने न केवल यह झूठा दावा करना जारी रखा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की मध्यस्थता की है और कश्मीर विवाद में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है, बल्कि उन्होंने चल रही व्यापार वार्ता में अपनी मनमानी भी की है। दक्षिण एशिया के साथ.साथ पश्चिम एशिया में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए ट्रंप ने पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और उन्नत मिसाइलें देने के बदले में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों और बंदरगाहों तक पहुंच मांगी है। ट्रंप ने मुनीर से कहा कि यह प्रस्ताव इस शर्त पर टिका है कि पाकिस्तान चीन और रूस के साथ अपने लेन.देन को बंद कर देगा। पाकिस्तान एफ-16 युद्धक विमानों और नौसैनिक जागीरदारों जैसे अमेरिकी निर्मित प्लेटफार्मों का उपयोग करना जारी रखे हुए है। देश हाल ही में चीन के करीब गया है और उसने चीन से लड़ाकू विमान, मिसाइल और अन्य सैन्य प्रणालियां प्राप्त की हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने पाकिस्तान को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता की भी पेशकश की है। रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने मुनीर से यह भी कहा कि नए सुरक्षा और व्यापार समझौते भी विचाराधीन हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया ताकि पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध को रोकने में उनकी भूमिका के लिए आभार व्यक्त किया जा सके। ट्रंप ने यह बात जनरल मुनीर से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने बताया कि जनरल मुनीर से ईरान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा, जनरल मुनीर ईरान को बहुत अच्छी तरह जानते हैं, शायद दूसरों से बेहतर, और वह मौजूदा हालात से ख़ुश नहीं हैं।
