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जहां होती है सांपों की खेती, पेड़ पर फल नहीं बल्कि डाल से लटकते हैं सांप क्या

जहां होती है सांपों की खेती, पेड़ पर फल नहीं बल्कि डाल से लटकते हैं सांप क्या

सीएन, हनोई। आपने कभी सांपों की खेती के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना है तो आज हम आपको एक ऐसे बगीचे के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर सांपों की खेती होती है। अब तक बगीचों में पेड़ों पर आप आम, लीची, जामुन और अमरूद जैसे फलों को लटकते देखा होगा। लेकिन क्या आपने कभी किसी पेड़ पर सांपों को लटकते हुए देखा है? क्या आपने ऐसे पेड़ों से भरे बगीचे को देखा है? आपका जवाब होगा देखना तो दूर हमने तो इस बारे में सुना तक नहीं है। लेकिन हम आपको बता दें कि इस दुनिया में ऐसे बगीचे हैं जहां पर फल की जगह सांप लटकते हैं। हम बात कर रहे हैं सापों के बगीचे की। इस जगह पर सांपों की खेती की जाती है। सांपों का ये बगीचा वियतनाम में मौजूद है। जिसमें पेड़ों की डालियों पर सांप लिपटे होते हैं। इन पेड़ों पर आपकी नजर जिस भी डाली पर जाएगी आपको भर-भर के सांप देखने को मिलेंगे। इस बगीचे का नाम डोंग टैम स्नेक फॉर्म है। जिस तरह से खेतों में फल और सब्जियां उगाई जाती हैं वैसे ही यहां पर सांप पाले जाते हैं। इसके अलावा इस फार्म में औषधीय जड़ी बूटी भी उगाई जाती है। इस बगीचे में 400 से अधिक प्रकार के सांप पाले जाते हैं। इन सांपों के जहर से कई तरह की दवाइयां बनती हैं और सापों के जहर को काटने वाले एंटीडोज भी बनाए जाते हैं। इस बगीचे को घूमने के लिए हर साल लाखों पर्यटक यहां पर आते हैं। पहले ये बगीचा केवल रिसर्च के लिए बनाया गया था लेकिन अब यह बहुत बड़ा पर्यटक स्थल बन चुका है। इस फार्म में हर साल कई लोग सांप के काटे जाने के बाद उपचार के लिए आते हैं। जहां पर इन्हें एंटीडोज बनाकर दिया जाता है। जिससे शरीर में सांपों का जहर खत्म हो जाता है। लेकिन अब यह बहुत बड़ा पर्यटक स्थल बन चुका है। इस फार्म में हर साल कई लोग सांप के काटे जाने के बाद उपचार के लिए आते हैं। जहां पर इन्हें एंटीडोज बनाकर दिया जाता है। जिससे शरीर में सांपों का जहर खत्म हो जाता है।

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