दुर्घटना
फूट गया धार का कारम डैम, जलसैलाब देखकर कांप गई रूह
ईश्वर से प्रार्थना करने लगे लोग, भारूड़पुरा से लेकर महेश्वर तक अलर्ट
लोगों का घर पहुंचने का इंतजार और बढ़ा, पूरे इलाके की बिजली बंद
सीएन, धार। आखिरकार मधप्रदेश में बन रहे धार जिले के कारम डैम फूट गया, डैम फूटते ही ऐसा जलसैलाब आया कि गांव वाले पहाड़ी पर खड़े होकर देखते रह गए, अगर ये डैम अचानक फूट जाता तो निश्चित ही कई जिंदगी इसमें जल सैलाब में खत्म हो जाती, प्रशासन ने खाली गांवों से पशुओं को निकाल लिया था, ऐसे में डैम भले ही फूट गया, लेकिन किसी की जान को कोई नुकसान नहीं हुआ, ग्रामीण ईश्वर से यही कामना कर रहे हैं कि अब ज्यादा नुकसान नहीं हो। ताकि डैम का पानी निकल जाने के बाद दोबारा से जिंदगी की शुरूआत करने मेंं किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए। भारूड़पुरा घाट पर कारम नदी में बन रहे डैम को बचाने की तमाम कोशिशों पर रविवार शाम करीब साढ़े 5 बजे पानी फिर गया। सुबह राहत की उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया। जब डैम के खाली होने की संभावना जताई गई थी। ऐसे में धार-महेश्वर के 18 गांवों के लोगों को उम्मीद बंधी थी कि शाम तक घर वापसी हो जाएगी। लेकिन शाम को जब डैम फूटा तो विस्थापितों का सुकून भी पानी के साथ बह गया। घर वापसी की उम्मीदों पर पानी फिर गया। हालांकि कुछ घंटों के बाद नदी का जलस्तर घटने लगा था। लेकिन अब लोगों का घर पहुंचने का इंतजार और बढ़ गया है। जिले के 12 गांवों के 25 हजार से अधिक आबादी को घर पहुंचने के लिए अभी ओर इंतजार करना पड़ेगा। डैम फूटने के बाद अब 12 घंटे और लोगों को राहत शिविरों में गुजरने होंगे। इसके बाद ही घर वापसी की उम्मीदें दिखने लगेंगी। 15 अगस्त को सुबह एक बार प्रशासन की तरफ से भी प्रभावित गांवों का सर्वे होगा। इसके बाद ही लोगों का घर आने का रास्ता साफ हो पाएगा। डैम के सबसे नजदीक जहांगीरपुरा और फरसपुरा है। इस कारण दोनों गांवों के लोगों को घर पहुंचने के लिए सबसे लंबा इंतजार करना पड़ेगा। इधर सीएम ने महेश्वर तहसील के जलकोठा गांव के 3 से 4 लोगों से मोबाइल पर बात कर हालातों की जानकारी ली। अभी पानी गांव में दाखिल नहीं हुआ। प्रशासन मुस्तेद है। वही बड़वाह से धामनोद की तरफ जाने वाले वाहनों को मंडलेश्वर में पुलिस द्वारा रोका गया है। इमरजेंसी में वाहनों को मंडलेश्वर से कसरावद मार्ग पर डायवर्ट कर निकाल जा रहा है।
अफवाह फैलाई जा रही
कुछ लोगों द्वारा भ्रामक खबरें चलाई जा रही है कि डैम फूट गया है। यह बात निराधार है। विशेषज्ञों द्वारा जलनिकासी के लिए डैम काटा है। ताकि जल्द से जल्द पानी की निकासी हो जाए। हालात लगातार सुधरते जा रहे हैं। सुबह तक हालात सामान्य होने की संभावना है। काटे गए डैम के साथ खुद की फोटो शेयर कर रहा हूं। ताकि समस्या अफवाहों पर पूर्णविराम लग जाए। -राजवर्धनसिंह दत्तीगांव, उद्योग मंत्री, मप्र शासन