कारोबार
राष्ट्रपति भवन में जन्म, लंदन की डिग्री, बाल काटकर खड़ी कर दी 300 करोड़ों की कंपनी
राष्ट्रपति भवन में जन्म, लंदन की डिग्री, बाल काटकर खड़ी कर दी 300 करोड़ों की कंपनी
सीएन,नई दिल्ली। बाल काटने वाले नाई के पेशे को अक्सर लोग अक्सर छोटा काम मान लेते हैं। कम कमाई वाले इस काम को एक खास वर्ग के साथ जोड़कर देखा जाता रहा है, लेकिन समय के साथ चीजें बदलती चली गई। आज बाल काटने का काम फैशन से जुड़ गया है। बाल काटकर लोग लाखों की कमाई कर रहे हैं। जहां पहले कुर्सी पर छोटे से शीशे के सामने कुछ पैसों में आप बाल कटवाते थे आज बड़े.बड़े सैलून हैं। एसी सैलून लग्जरी सुविधाओं के साथ अब आप आराम से बाल कटवाते हैं। अब बाल काटने का काम फैशन से जुड़ गया है। नाई के इस काम को ट्रेंडी और स्टाइलिश बनाने में इस एक शख्स का बड़ा रोल रहा है। इसने बाल काटने के काम को लेकर लोगों के मन में जो भावना थी, उसे बदल दिया। जाने.माने हेयर स्टाइलिश जावेद हबीब ने इस बात को साबित कर दिया कि लोग नाई का काम करके भी करोड़ों की कमाई कर सकते हैं। आज कहानी उसी जावेद हबीब बॉलीवुड सेलेब्रिटीज के फेवरेट हेयर स्टालिस्ट में से एक हैं। ब्यूटी इंडस्ट्री में भी उनका काफी नाम है। देश.दुनिया में जावेद हबीब के सैलून है। बाल काटने के अपने कारोबार से वो करोड़ों की कमाई करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं जावेद हबीब के बाद विदेश की डिग्री है। उन्होंने लंदन के मॉरिस इंटरनेशनल स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की है। बाद में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से फ्रेंच में डिग्री हासिल की। जावेद होटल मैनेंजमेंट करना चाहते थे, लेकिन किस्मत उन्हें वापस अपनी पुश्तैनी काम की ओर खींच लाई। जावेद हबीब के दादा नजीर अहमद लॉर्ड माउंटबेटन समेत ब्रिटिश सरकार के बड़े अधिकारियों के पर्सनल हेयर ड्रेसर थे। देश की आजादी के बाद वो प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के पर्सनल हेयरड्रेसर बन गए। पिता के बाद उनके बेटे और जावेद हबीब के पिता हबीब अहमद नेहरू के पर्सनल हेयर ड्रेसर बने। नेहरू के अलावा वो राजमाता गायत्री देवी और देश के कई राष्ट्रपति के ड्रेसर रहे। उनका परिवार राष्ट्रपति भवन में ही रहता था। जावेद हबीब का जन्म भी राष्ट्रपति भवन के ब्लॉक 12 के हाउस नंबर 32 में हुआ। जावेद नाई का काम नहीं करना चाहते थे। लंदन में पढ़ाई के दौरान उन्होंने मैकडोनाल्ड का आउटलेट देखा। वहीं से उनके दिमाग में अपना काम शुरू करने का आइडिया आया। उन्होंने सोचा जब लोग बर्गर बेचकर कमा सकते हैं तो हेयर ड्रेसिंग को लोगों की जरूरत है। फिर क्या था जावेद ने अपने पिता से हेयरड्रेसिंग की बारीकियां सीखीं। पिता के कहने पर उन्होंने लंदन में हेयर डिज़ाइनिंग स्कूल से प्रोफेशनल कोर्स किया और फिर उन्होंने बाल काटने को बिजनेस रूप देना शुरू किया। जावेद ने नाई के काम को नया रूप दे दिया। बाल काटने के काम को ट्रेंडी और स्टाइलिश रूप दे दिया। हेयर कटिंग और ग्रूमिंग पर लोगों को ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया और अपना पहला आउटेलट केरल में खोला। पहले ही साल में उन्होंने 50 से अधिक सैलून खोल दिए। कैंची और कंधी से उनका पुश्तैनी नाता था, लेकिन हबीब ने उसे नया लुक दे दिया। उन्होंने हबीब हेयर एंड ब्यूटी लिमिटेड की शुरुआत की। जावेद हबीब हबीब हेयर एंड ब्यूटी लिमिटेड के बन गए। कुछ ही सालों में वो सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट बन गए। जावेद हबीब बॉलीवुड एक्टर.एक्ट्रेस के हेयर लुक मैनेज करते हैं। अपने काम से उन्होंने अपना कद इतना बढ़ा दिया कि आज वो राजनेता, उद्यमी और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के तौर पर जाने जाते है। आज पूरे भारत में जावेद हबीब हेयर एंड ब्यूटी लिमिटेड के 900 से अधिक सैलून हैं। देश के 115 शहरों में अधिक जगहों पर जावेद हबीब के सैलून आपको मिल जाएंगे। सैलून के अलावा वो 65 हेयर इंस्टीट्यूट भी चलाते हैं। फोर्ब्स के मुताबिक जावेद हबीब की कुल संपत्ति 300 करोड़ से अधिक है। जावेद हबीब ने 24 घंटे की अवधि में 410 के साथ सबसे अधिक नॉनस्टॉप हेयरकट कर अपना नाम लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज करवाया।
नभाटा से साभार