संस्कृति
दिवाली पूजा में कमल के फूल काे दें महत्व, मां लक्ष्मी बरसाएंगी खूब धन-दौलत
दिवाली पूजा में कमल के फूल काे दें महत्व, मां लक्ष्मी बरसाएंगी खूब धन-दौलत
सीएन, हरिद्वार। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार मां लक्ष्मी का जन्म कमल के पुष्प से हुआ था। इसीलिए लक्ष्मी पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को आठ कमल के फूल अर्पित किए जाते हैं। दिवाली पूजा में कमल के फूल के महत्व, मां लक्ष्मी खूब धन-दौलत बरसायेगी। हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में दीपावली को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह त्योहार पांच दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है और इसे विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी का आगमन होता है। दिवाली के अवसर पर मुख्य रूप से माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। यह मान्यता है कि लक्ष्मी और गणेश की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि का वास होता है तथा सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं। इसके अलावा दिवाली पूजा में मां लक्ष्मी को अष्ट कमल के फूल, अर्थात आठ कमल के फूल, अर्पित करने का विशेष महत्व है। मां लक्ष्मी के बारे में पुराणों में उल्लेखित है कि उनका एक नाम कमला या कमलासना भी है, जिसका अर्थ है, कमल के ऊपर स्थित होने वाली, ज्योतिषाचार्य अनुसार कमल की एक विशेषता यह है कि वह कीचड़ में खिलने के बावजूद उसमें सने नहीं रहता। इसलिए यह मान्यता है कि जो व्यक्ति लक्ष्मी पूजा के दिन मां लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करता है, वह संसार में फैली बुराइयों से प्रभावित नहीं होता। यह कहा जाता है कि कमल के फूल में नकारात्मक शक्तियों को समाप्त करने की क्षमता होती है, और इसे देवी लक्ष्मी को समर्पित करने से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता है। इसके अतिरिक्त यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा विद्यमान हो तो वह भी समाप्त हो जाती है।
दीवाली का पर्व हर वर्ष अमावस्या के दिन मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, 31 अक्टूबर, गुरुवार को अमावस्या तिथि दिन में 2 बजकर 40 मिनट से प्रारंभ हो रही है। इसलिए, दीपावली का उत्सव 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दीपावली के अवसर पर रात्रि में अमावस्या तिथि का होना आवश्यक है जो कि 1 नवंबर 2024 को शाम के समय नहीं है। इस प्रकार, दीवाली का पर्व 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।