चम्पावत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माता पूर्णागिरि धाम मेले का शुभारंभ किया
सीएन, चंपावत। उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध माता पूर्णागिरि धाम मेले का आज से भव्य शुभारंभ हो गया है सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधिवत पूजा-अर्चना कर सांसद अजय टम्टा के साथ पूर्णागिरि धाम मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे मुख्य सेवक के रूप में आज इस मेले का शुभारंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ है माता पूर्णागिरि में लाखों भक्तों की श्रद्धा है इसको देखते हुए हमें आने वाले सभी भक्तों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखना है।
सीएम धामी ने कहा हम चाहते हैं कि चंपावत जनपद एक मॉडल के रूप में विकसित हो प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी देव स्थलों का विकास आवश्यक है और हमारी सरकार लगातार इस दिशा में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास हेतु चलाई जा रही विकास योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि हम शारदा घाट को हरिद्वार की हर की पौड़ी के तर्ज पर विकसित करेंगे साथ ही बरसात में होने वाली जलभराव की समस्या के निदान हेतु कई योजनाएं लाई जा रही हैं जिनका लाभ जल्द ही क्षेत्र को होगा ज्ञात हो कि माता पूर्णागिरि धाम को माता सती का नाभि स्थल शक्ति पीठ माना जाता है धाम में लगने वाले मेले में हर वर्ष लाखों की संख्या में भारतीय एवं नेपाली मूल के श्रद्धालु माता के दर्शन करने आते हैं कोरोना काल के बाद बीते वर्ष 2022 मे हुए मेले में 35 लाख से ज्यादा भक्तों ने माता पूर्णागिरी के दर्शन किए थे
जिसको देखते हुए इस बार प्रशासन ने मेला संचालन हेतु व्यवस्थाओं को और भी ज्यादा दुरुस्त किया है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र में लगने वाले प्रदेश के इस सुप्रसिद्ध मेले को सफल बनाने हेतु जिला प्रशासन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है लगभग 3 महीने तक चलने वाले सरकारी मेले में सुरक्षा हेतु पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल उपलब्ध कराया गया है आसपास के जिलों से भी पुलिस बल उपलब्ध कराया गया है सभी व्यवस्थाओं का निर्वहन करवाने हेतु मेला क्षेत्र को 6 जोनों में बांटा गया है हर जॉन के लिए एक सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है इस प्रकार कुल छह सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं जो मेले में आने वाले तीर्थ यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का पूर्ण ध्यान रखते हुए मेले का संचालन करेंगे।