आपदा
एशिया के कई देशों में डोली धरती, नेपाल, इंडोनेशिया और ताजिकिस्तान भी कांपे
एशिया के कई देशों में डोली धरती, नेपाल, इंडोनेशिया और ताजिकिस्तान भी कांपे
सीएन, नई दिल्ली। तिब्बत में शुक्रवार सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भारतीय समयानुसार यह झटका सुबह 9 बजकर 27 मिनट और 27 सेकंड पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई। भूकंप की गहराई 20 किलोमीटर दर्ज की गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार इस झटके से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। उल्लेखनीय है कि रविवार को भी इसी क्षेत्र में 3.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जबकि 12 मई को 5.7 तीव्रता का बड़ा झटका महसूस किया गया था।
विशेषज्ञों का कहना है कि तिब्बती पठार भूगर्भीय दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव के कारण लगातार भूकंपीय गतिविधियां होती रहती हैं। यही कारण है कि नेपाल और तिब्बत क्षेत्र बार-बार भूकंप की चपेट में आते हैं। शुक्रवार को नेपाल में भी रात 10.30 बजे भूकंप के झटके दर्ज किए गए, जिसकी तीव्रता 4.3 रही। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। इस झटके से किसी प्रकार की क्षति की सूचना नहीं है। वहीं ताजिकिस्तान और इंडोनेशिया में भी धरती हिली। ताजिकिस्तान में 3.9 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा में 5.9 तीव्रता का शक्तिशाली झटका महसूस किया गया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार इंडोनेशिया में भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई में था। तेज झटकों के चलते लोग घरों से बाहर निकल आए, हालांकि किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
