अल्मोड़ा
उद्यमिता का विचार सर्जनात्मक और सृजनशीलता का उदहारण : प्रो. बिष्ट
सीएन, अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के देवभूमि उद्यमिता केंद्र द्वारा दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैम्प का शुभारंभ हुआ। गणित विभाग के सभागार में आयोजित कैम्प के उद्घाटन सत्र के अध्यक्ष प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट (निदेशक), मुख्य अतिथि प्रो. शेखर चंद्र जोशी (अधिष्ठाता छात्र कल्याण), कुलसचिव डॉ. देवेन्द्र सिंह बिष्ट, उद्यमिता केंद्र के समन्वयक डॉ नंदन सिंह बिष्ट,प्रशिक्षक इंजी. रवींद्रनाथ पाठक, अहमदाबाद से विषय विशेषज्ञ श्री सौरभ और श्री राहुल वत्स उपस्थित रहे। केंद्र प्रशिक्षक इंजीनियर रवींद्रनाथ पाठक ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी देवभूमि उद्यमिता योजना की जानकारी देते हुए संचालन किया। उन्होंने बताया कि देवभूमि उद्यमिता योजना उत्तराखंड के युवाओं को उद्यमिता अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. शेखर चंद्र जोशी ने कहा कि उद्यमिता आजके वक्त की मांग है। विद्यार्थी हमारे विश्वविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने उद्यमिता के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि उद्यमिता का विचार सर्जनात्मक और सृजनशीलता का उदहारण है। उद्यमिता अपनाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण का लाभ उठाएं। पर्वतीय क्षेत्र के युवा उद्यमिता से जुड़े। उन्होंने कहा कि उद्यमियों के लिए परिसर में स्थापित किये गए देवभूमि उद्यमिता केंद्र में नवीन विचारों को लेकर आएं। केंद्र के समन्वयक डॉक्टर नंदन सिंह बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि देवभूमि उद्यमिता केंद्र के द्वारा विभिन्न संकायों में कार्यक्रम आयोजित किये गए तथा हमारे विद्यार्थी उद्यमिता को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमिता का विचार हमारे युवा विद्यार्थियों को उद्यमिता से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के साथ उत्तराखंड का विकास करेगा। अध्यक्षता करते हुए प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट ने कहा कि देवभूमि उद्यमिता योजना का उद्देश्य युवाओं सृजनशीलता को निखार कर उद्यमिता से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि आज नौकरियां घट रही हैं ऐसे में उद्यमिता के इन कार्यक्रम से जुड़ना होगा। सोच को धरातल पर उतरकर देश दुनिया के लिए रोजगार उपलब्ध कराएं। सोचें, करें और जीतें। उन्होंने कहा कि उद्यमिता के लिए अपने आत्मविश्वास को मजबूत करें। बूट कैम्प से दो दिन के भीतर काम करने का खाका निर्मित होगा। उद्घाटन के उपरांत तकनीकी सत्र का संचालन हुआ जिसमें अहमदाबाद से आये राहुल वत्स और सौरभ कुमार ने युवाओं को उद्यमिता से जुड़ने के लिए गुर सिखाए। वर्तमान समय में उद्यमिता एवं उद्यम को लेकर प्रशिक्षित किया। केंद्र प्रशिक्षक इंजीनियर रवींद्रनाथ पाठक एवं केंद्र के सदस्य श्रद्धा शर्मा , डॉ विजेता सत्याल, गिरीश अधिकारी आदि ने बूट कैम्प के संचालन में अपना सहयोग दिया। इस अवसर पर दो दिवसीय बूट कैम्प के उद्घाटन अवसर पर प्रो गिरीश चंद्र साह, प्रो निर्मला पंत, डॉ देवेंद्र धामी, डॉ धनी आर्या, डॉ ममता पंत, डॉ शालिमा तबस्सुम,डॉ अरविंद यादव, डॉ पुरन सहित, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी नवल जोशी, मोनिका, कात्यायनी, गीता, जया, कमल, कंचन, मेघा, मीनाक्षी, जगजीवन, नेहा, अभिलाषा, गौरव भंडारी, दीक्षा, हिमांशु,अमित, रोहित, सुंदर सहित सैकड़ों स्वयंसेवी/उद्यमी शामिल हुए।