नैनीताल
डीएम वंदना ने ताकुला गांव में एस्ट्रो विलेज प्रोजेक्ट व गांधी आश्रम का निरीक्षण कर ज्यूली गांव में जन सुनवाई की
सीएन, नैनीताल। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बुधवार को नैनीताल के समीप ताकुला गांव में निर्माणाधीन एस्ट्रो विलेज प्रोजेक्ट तथा गांधी आश्रम का निरीक्षण और ज्यूली गांव में जनसुनवाई की। ताकुला गांव स्थित निर्माणाधीन एस्ट्रो विलेज परियोजना और गाँधी ताकुला आश्रम का निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने दोनो परियोजनाओं के अवशेष कार्य को शीघ्र पूरा कर संचालन आरंभ करने के निर्देश कार्यदाई संस्था को दिए । उन्होंने आश्रम के भीतर केएमवीएन और विद्युत विभाग के अधिकारियों को 10 दिन के भीतर अवशेष विद्युत फिटिंग का कार्य करने, और उरेड़ा को आश्रम के बाहर और मार्गों में सोलर लाइट लगाने के निर्देश दिए। अनासक्ति आश्रम के प्रतिनिधियों को गांधी ताकुला आश्रम को संचालित करने के लिए गांव के युवाओं को प्रशिक्षण देने की बात कही।जिसके लिए प्राधिकरण सचिव विजयनाथ शुल्क और पर्यटन अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया। कहा कि ताकुला गांव एस्ट्रो विलेज के रुप में तैयार करने के लिए नामित अधिकारियों को एरीज से समन्वय कर संचालन की मानक प्रक्रिया और संस्था का चयन करने के निर्देश दिए । जिससे दोनो परियोजनाओं का समय से संचालन आरंभ किया जा सके । उन्होंने आश्रम के आस पास साफ सफाई और शौचालय निर्माण की बात कही। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पानी की मुख्य समस्या है, जिस पर जिलाधिकारी ने जल संस्था के अधिशासी अभियंता को जल जीवन मिशन योजना का कार्य करने में धीमी गति पर वर्तमान ठेकेदार का अनुबंध निरस्त कर नई प्रक्रिया से कार्य पुनः शुरू करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय ज्यूली में जनसुनवाई कर जन-समस्याओं को सुना। तथा मधु ग्राम योजना के अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा लाभान्वित किसानों से वार्ता कर उनकी समस्याएं सुनी । शिविर में मुख्य रुप से बिजली,पानी दैवीय आपदा से हो रहे नुकसान,सोलर लाइट और मौन पालन में हो रही समस्या आदि को बताया। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया, जबकि अन्य समस्याओं के निस्तारण के लिए एसडीएम नैनीताल और अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को प्राथमिकता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने महिला समूहों के कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि मधुमक्खियों का बीमा न होने के कारण नहीं होने के कारण किसी भी नुकसान पर किसान को कोई क्षतिपूर्ति नहीं मिल पाती है और शहद की मार्किटिंग की व्यवस्था न होने के कारण बाजार में अच्छा दाम नहीं मिलता है । जिस पर जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग के अधिकारी को नाबार्ड के सहयोग से एफपीओ तैयार कर किसानों को बाजार उपलब्ध करवाने और फसल बीमा के अंतर्गत मौन पालन को सम्मिलित करवाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से एपिस सेरेना इंडिका,एपिस मेलीफेरा मधुमक्खियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने मौन पालकों को बेहतर मुनाफा से जोड़ने के लिए जिला पर्यटन अधिकारी को विभिन्न होटल एसोसिएशन से वार्ता कर स्थानीय शहद औऱ अन्य पहाडी उत्पादों को होटलों में जोड़ने के लिए अनुबंध के तहत कार्य करने को कहा। साथ ही मौन पालकों को पैकिंग के लिए सहायता करने की बात कही। ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दौरान ग्रामीण इलाकों बरसाती नाले ऊफान में रहते हैं, जिस कारण कई भवन खतरे की जद में हैं। जिस पर एसडीएम नैनीताल और सिंचाई विभाग को ग्रामीण इलाकों में अति सवेंदनशील स्थलों का सर्वे कर तत्काल सुरक्षा कार्य करने की बात कही। जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि कई गांव में लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिस पर जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को नए ट्रांसफार्मर और लाइन का सर्वे कर 15 दिन के भीतर बिजली संबंधित समस्याओं का जल्द निस्तारण और लो-वोल्टेज के लिए ट्रांसफार्मर की जांच करने और मानकों के तहत बड़ी विद्युत लाइनों को आबादी से दूर रखने को कहा। साथ ही उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारिय़ों को क्षतिग्रस्त नहरों को जल्द दुरुस्त या नई पाइप लाइन बिछाने को कहा। बैठक के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया पीएमजीएसवाई के तहत बनी सड़क के रखरखाव के कार्य में ठेकेदार लापरवाही कर रहा है। इस कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को 15 सिंतबर से हर हाल में मरम्मत का कार्य शुरु करने और एसडीएम को 20 सितंबर को कार्य सत्यापन की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। डीएम ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई य़ोजना के तहत प्रगतिशील किसानों को कृषकों को लाभांवित करने को कहा। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्थानीय किसान शेखर भट्ट और ललित भट्ट के मौन पालन की विस्तृत जानकारी ली। बलियानाला से प्रभावित ढाका खेत में हो रहे भूस्खलन और नुकसान का जायजा लिया। इसके लिए उन्होंने ईई लोनिवि विभाग को तत्काल फ़िजीबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को ज्योलीकोट और आस पास के ग्रामीण इलाकों में कलमठ,काज्वे के दुरुस्त करने को कहा।