नैनीताल
भवाली नगर क्षेत्र में लगातार हो रहे जल संकट को खत्म करने पर हुआ विमर्श
भवाली नगर क्षेत्र में लगातार हो रहे जल संकट को खत्म करने पर हुआ विमश
सीएन, भवाली। आज जल संवर्धन हेतु एक आम बैठक का आयोजन भवाली सरताज सभागार नैनीताल रोड में किया गया।जल संरक्षण संवर्धन एवं प्रबंधन के विषय में समाजसेवी खष्टी बिष्ट के अगुवाई में भवाली के व्यापारियों जनप्रतिनिधियों सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आम बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें भवाली नगर क्षेत्र में लगातार हो रहे जल संकट के प्रति लोगों ने अपने विचार साझा किये। जिसमें पर्यटन सीजन विशेष कर ग्रीष्म काल में भवाली में हुए भीषण जल संकट पर गहन विचार किया गया। शहर की प्रमुख समाजसेवी खष्टी बिष्ट, पूर्व पालिका अध्यक्ष भुवन सिंह अधि,कारी, समाजसेवी नरेश पांडे, कंचन शाह, प्रवक्ता के सी लोनी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी संजय कुमार, संतोष तिवारी, शेर सिंह बिष्ट, प्रमोद पांडेए हरेंद्र कुमार कंचन शाह उषा कनौजिया, धनी दुमका, प्रकाश पंत सोबन कनवाल, पीयूष कपिल, रोहित शाह, इंद्र कपिल आदि ने अपने विचार के साथ ही भविष्य में जल संरक्षण के सुझाव दिए। पूर्व पालिका अध्यक्ष भुवन सिंह अधिकारी व कंचन साह एवं खष्टी बिष्ट ने कहा भवाली नगर क्षेत्र के अंतर्गत जिस तरीके से लगातार बोरिंग की जा रही है उसे यहां का जलस्तर और नीचे पायदान पर गिरता जा रहा है लिहाजा बोरिंग कम किये जाए। और जिस तरीके से नैनीताल झील का पानी भवाली एयर फोर्स को दिया जा रहा है। उसी तरह सातताल झील का पानी भवाली लाया जा सकता है। नरेश पांडे ने कहा श्यामखेत क्षेत्र में जो बोरिंग है उन बोरिंग से कनेक्शन लेकर भवाली टंकी में डाला जाए। रोहित शाह ने कहा पानी की बर्बादी को रोका जाए और हर घर में जिस तरह विद्युत विभाग ने मीटर लगाये है। उसी तरह पानी की मीटर भी लगाया जाए जिससे पानी की बर्बादी रुके और समान रूप से पानी का वितरण हो। लोहनी ने कहा कि जो लोग बोरिंग का पानी का इस्तेमाल करते हैं उनकी जिम्मेदारी भी सुनिश्चित हो कि वह जल संवर्धन अवश्य करें इसकी मॉनिटरिंग प्रशासन करें। उषा कनौजिया ने कहां जमुना धारा को पुनर्जीवित किया जाए और विशेषज्ञ से सर्वे कराया जाए भविष्य को देखते हुए योजनाएं बनाई जाय। जिससे हम अपने आने वाली पीढियां को धारे नोले और नदियों से रूबरू संतोष तिवारी प्रमोद पांडे ने कहा ने कहा किसी भी गधेरे या नदी पर किसी भी तरह कंक्रीट का जल ना बिछाया जाए। और सैनिटोरियम जबरा नाले से भवाली पानी लाने की योजना बनाई जा सकती है। काली पुलिया के पास जो कंक्रीट का जाल है उसे चल को भी अगर तोड़ दिया जाए तो जल संस्थान के समीप मुख्य जल स्रोत रिचार्ज होंगे। वही रोहित शाह का सुझाव आया शमशान घाट के पास कृत्रिम झील का निर्माण हो जिससे पानी के स्रोत रिचार्ज होंगे। वही समाजसेवी बिष्ट व हरेन्द्र कुमार ने कहा कि क्षेत्र में सीसी मार्ग के बजाय खड़ंजे बनने चाहिए। सभा में आए अन्य वक्ताओं ने कहा कि अगर पानी को रोकना है तो हर गधेरो में चेक डैम बनाना अति आवश्यक है।