नैनीताल
सितंबर में करीब पहुंच रहे हैं गुरुदेव बृहस्पति
सीएन, नैनीताल। बृहस्पति हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा होने के नाते इसे गुरु कहा जाता है या कुछ और भी कारण हो सकते हैं इसके गुरु होने के। इसका जिक्र फिर कभी करेंगे। बहरहाल ये महीना यानी सितंबर का महीना इस विशाल ग्रह के लिहाज से खास होने जा रहा है। यह हमारे करीब आने जा रहा है। मतलब गुरु को करीब से देखने का मौका होगा। साथ गुरु पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों के पास सुनहरा मौका होगा। 26 सितंबर को बृहस्पति हमारे सबसे करीबआकाशीय दृष्टि से सितंबर का महीना बेहद खास होता है। मानसून छट चुका होता है और धुला हुआ आसमान नहाया हुआ होता है। दिन के समय अपने आसमानी रंग में खिला हुआ बेपनाह हसीन नजर आता है तो रातों को टिमटिमाते तारों को खुद में समेटे अनोखी छठा बिखेरता प्रतीत होता है। यही वजह है कि आसमान के प्रति प्रेम रखने वालों को इस माह का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस बीच हमारे सोलर सिस्टम का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति हमारे सार्वाधिक करीब होगा तो इसे निहारने का मजा ही कुछ और होगा। 26 सितंबर को बृहस्पति हमारे सबसे ज्यादा नजदीक होगा।सूर्य अस्त हो रहा होगा और बृहस्पति उदय हो रहा होगा26 सितंबर की शाम इस वर्ष की संध्या बेहद खास होने जा रही है। पश्चिम के आसमान में सूर्य अस्त हो रहा होगा तो ठीक इसके विपरित दिशा में बृहस्पति उदय हो रहा होगा । यह नजारा बेहद दर्शनीय होगा। आसमान की इस सुंदरता का गवाह बनने के लिए खगोल प्रेमी पूरी दुनिया में चप्पे चप्पे में तैनात होंगे। सही दिशा का चयन जरूरी हैइस खगोलीय घटना को एक साथ निहारने के लिए हमे सही जगह पर मौजूद होना जरूरी है। इसके लिए हमे ऐसी जगह पर मौजूद रहना होगा, जहा से एक ओर पूरब तो दूसरी ओर पश्चिम नजर आता हो। जगह का चयन गलत होने से अक्सर लोग खगोलीय घटनाओं को देख पाने से वंचित रह जाते हैं और निराश हो जाते हैं।सौरमण्डल अनोखा ग्रह बृहस्पतिहमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह होने के नाते वैज्ञानिक ही नहीं हर धरतीवासी इस ग्रह के प्रति जिज्ञासा रखता है। आए दिन कुछ न कुछ जानकारी हमे मिलती रहती है। इस ग्रह पर चल रहा तूफान लाखों किमी लंबा है और खास बात यह भी है कि निरंतर बड़ते जा रहा है। अब इसकी रिंग में भी लगातार विस्तार हो रहा है। जेम्स वेब ने नई तस्वीर लेकर फिर से गुरु के प्रति ध्यान आकर्षित किया है, जो इस खतरनाक गैसीय ग्रह की भव्य सुंदर तस्वीर को सामने लाकर हैरान किया है।रंग बिरंगे औरोरा भी बेपनाह सुंदर बृहस्पति के उत्तरी और दक्षिणी दोनों ध्रुवों के ऊपर रंग बिरंगे औरोरा को भी देखा जा सकता है। यह एक दर्शनीय दृश्य है। जिसे दूरबीन के जरिए ही देख पाना संभव हो सकता है। मगर इसे देखने के लिए विशेषज्ञ की जानकारी जरूरी है। हाल ही में जेम्स वेब स्पेस टेकेस्कोप ने गुरु की कई तस्वीरें ली हैं। जी अद्भुत हैं और बेहद खूबसूरत हैं। गुरू के बारे में जितनी चर्चा की जाय बहुत कम है। इस बारे में जुपिटर अपोजीसन से पहले जिक्र करेंगे।
श्रोत : वेदशाला एरीज नैनीताल।