नैनीताल
विभाग आपसी समन्वय बनाते हुए अधिक से अधिक स्वरोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें : बेला तोलिया
सीएन, नैनीताल। सरकार द्वारा आगामी 5 वर्षों मे राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है तथा उत्तराखण्ड राज्य को 2025 तक श्रेष्ठतम एवं सशक्त उत्तराखण्ड राज्य बनाने की परिकल्पना की गई है। इसी को लेकर जनपद स्तर के सभी हित कारकों एव संबंधित विभागो के अधिकारिंयो के साथ विचार मंथन कर त्वरित समावेशी विकास सुनिश्चित करने हेतु बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष, बेला तोलिया की अध्यक्षता मे विकास भवन भीमताल सभागार एक दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला का शुभारंभ श्रीमती बेला तोलिया, जिला पंचायत अध्यक्षा,मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी, डॉ मनोज पन्त, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सीपीपीजीजी नियोजन विभाग, तथा संयुक्त निदेशक अर्थ एवं संख्या, कुमाऊॅ मण्डल, नैनीताल ने संयुक्त रूप से दीप प्रवज्वलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती बेला तोलिया कहा कि जिले के विकास आधार के रूप में एवं 30 सूत्री/विजन 2030 के लिए सतत् विकास लक्ष्यों की पूर्ति एवं सशक्त उत्तराखण्ड 2025 को प्राप्त करने हेतु सभी लोग अपने-अपने स्तर से प्रयास करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभाग आपस में समन्वय बनाते हुए अधिक से अधिक स्वरोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक लोंगो को रोजगार मिल सके व उनकी आर्थिकी में सुधार किया जा सकेगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 संदीप तिवारी, द्वारा सभी का स्वागत एवं अभिन्दन करते हुए विभागीय योजनाओं का लाभ आमजनमानस तक किस प्रकार मिले इस पर चर्चा करते हुए विकास सम्बन्धी कार्य योजना को भविष्य हेतु जनपद के विकास खण्डों, ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न योजनाओं ,स्टैक होल्डरस के माध्यम से सत्त विकास लक्ष्य अनुसार योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर किये जाने हेतु सभी विभागों से अपेक्षा करने के साथ ही विकास खण्ड स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु चर्चा-परिचर्चा कर आवश्यकतानुसार योजनाओं को क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। कार्यशाला में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सी.पी.पी.जी.जी. नियोजन विभाग डॉ. मनोज कुमार पन्त ने कहा कि जिले के विकास आधार के विषय का तात्पर्य सामान्य भाषा मंे ‘‘जिला विकास की धुरी’’ है, इस पर कार्य किया जाना है। इसी क्रम में सरकार द्वारा त्वरित गति से राज्य के विकास हेतु भारत सरकार के 20 सूत्री कार्यࡎक्रम के तर्ज पर जनपद की आवश्यकताओं एवं विकास हेतु 30 सूत्री कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीय स्तर पर नियोजन एवं क्रियान्वयन हेतु जनपद नैनीताल को एस0डी0जी0 रैंक में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर सबको बधाई दी गई तथा अपेक्षा की गई कि भविष्य हेतु बेहतर कार्य योजना बनाने, ससमय संचालन करने, फीडबैक लेते हुए कार्याे का निष्पादन करने को कहा। उन्होंने कहा कि सतत् विकास लक्ष्यों की अधिप्राप्ति हेतु आजीविका, मानव विकास, पर्यावरण सतत्ता तथा सामाजिक विकास क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों के आउटपुट एवं आउटकम की सूचनायें ससमय शासन स्तर तक पहुॅचने हेतु बेहतर डेटा इको सिस्टम विकसित किये जाने के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।
जनपद स्तर पर इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कई बेस्ट प्रक्टिस कार्य किये जा रहे है, जिनमें से कार्यशाला में जल संरक्षण एवं वनीकरण विषय पर श्री चन्दन सिंह नयाल, प्रक्टिसनर विकास खण्ड ओखलकाण्डा द्वारा, ‘‘चन्दन मॉडल’’ के माध्यम से पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों में जल संरक्षण एवं वनीकरण पर मॉडल बनाया गया है, इसके अलावा शिप्रा नदी पुर्नजीविकरण एवं वनीकरण, जल स्त्रोतों का सरंक्षण, प्लास्टिकों का निस्तारण, जल संरक्षण आदि पर चर्चा की गई। कार्यशाला में सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण हेतु स्थानीय सम्भावनाओं, वित्तीय संसाधन, मानव संसाधन तथा तकनीकी संरचना का चिन्हीकरण करते हुए, प्रदेश के सभी जनपदों द्वारा अपने अपने जनपदों का विजन डाक्यूमेंन्ट/कार्ययोजना तैयार करने विषय पर जिला पंचायतराज के प्रतिनिधि श्री गोपाल वर्मा, सहायक विकास अधिकारी पंचायत द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सतत् विकास लक्ष्य के 09 थीम आधारित विकास मॉडल पर प्रस्तुतीकरण की गई। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डा. मुकेश सिंह नेगी द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों के बारे जनजागरूकता अभियान के तहत अर्थ एवं संख्या विभाग द्वारा वर्ष 2015-16 से वर्ष 2022-23 तक जनपद/विकास खण्ड/स्कूल स्तर पर विषयवार किये गये कार्यशालाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया तथा जनपद में एसडीजी लक्ष्यों की पूर्ति हेतु नोडल /सह नोडल बनाये गये है। जिनके माध्यम शत् प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु प्रयाय किया जा रहा है। विशेषज्ञ यू.एन.डी.पी. नियोजन विभाग उत्तराखण्ड श्री शेलेन्द्र, द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों की रैंकिंग हेतु जनपद नैनीताल के लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति पर चर्चा परिचर्चा की गई तथा जनपद किस क्षेत्र में आगे व पिछडा है को इन्डीकेटर के माध्यम से समझाया गया। अर्थ एवं संख्याधिकारी, निदेशालय अर्थ एवं संख्या, देहरादून श्री राजेश कुमार, द्वारा जिला योजना एवं जनपद स्तर पर समस्त संसाधनों का वित्तीय एवं तकनीकी का मैपिंग करते हुए जिला स्तरीय रिर्साेस विकसित करते हुए, सतत् विकास लक्ष्यों के संकतकों का आमलेन तथा जिला योजना तैयार करने सम्बन्धी अभिमुखीकरण, जिला योजना निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया गया। विभिन्न प्रतिभागियों/विभागों द्वारा चर्चा की गई कि कैसे विकास हेतु भविष्य में जनपद/विकास खण्ड/ग्राम पंचायत स्तर पर सत्त विकास लक्ष्य अनुसार योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर किया जायेगा। जनपद स्तर चयनित एस0डी0जी0 गोलकीपर वर्ष 2021 में प्राप्तकर्ता श्री श्याम धानक द्वारा सतत् विकास लक्ष्य 10 असमानताओं में कमी पर बताया गया। कार्यशाला में श्रीमती बेला तोलिया, जिला पंचायत अध्यक्षा, नैनीातल, डॉ0 हरीश बिष्ट, ब्लाक प्रमुख भीमताल श्रीमती आशा रानी ब्लाक प्रमुख धारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी मुकेश नेगी, श्रीमती चंदा फर्त्याल, सहायक परियोजना निदेशक, डी.आर.डी.ए. नैनीताल, डॉ0 बी0के0एस0यादव, मुख्य कृषि अधिकारी नैनीताल तथा अन्य जनपदस्तरीय अधिकारी, स्थानीय नगरीय अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला का संचालन श्री कमल सिंह मेहरा, अपर सांख्यिकीय अधिकारी द्वारा किया गया।























