नैनीताल
मां स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर हमेशा बना रहे : मोदी
भाजपा के 42 वें स्थापना दिवस पर नैनीताल में कायकर्ताओं ने मोदी को सुना
6 अप्रैल 1980 को हुई थी भाजपा की स्थापना, अब दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी
सीएन, नैनीताल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के 42 वें स्थापना दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि मेरी प्रार्थना है कि मां स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर, भाजपा के प्रत्येक कर्मठ कार्यकर्ता और प्रत्येक सदस्य पर हमेशा बना रहे. मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि रोजाना पार्टी से नए-नए लोग जुड़ रहे हैं। उन्होंने बताया सन 1980 से मात्र 2 सांसदों से जो पार्टी शुरू हुई थी और आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है। उन्होंने इस मौके पर सभी कार्यकर्ताओं को अपनी शुभकामनाएं दी। भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने उनके संबोधन को सुना। इस मौके पर विधायक सरिता आर्या, पूर्व दर्जा मंत्री शांति मेहरा, नगर मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, विमला अधिकारी, दयाकिशन पोखरिया, दया बिष्ट, हरीश भट्ट, भगवत रावत, श्याम सिंह बिष्ट, मोहित लाल शाह, प्रकाश आर्य, मोहन नेगी, अतुल पाल, फैजल कुरेशी, विक्रम राठौर, कमलेश नौटियाल, राजेश भंडारी, तुसी शाह आदि मौजूद रहे।
6 अप्रैल 1980 को हुई थी भाजपा की स्थापना, अब दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी
देश के राजनीतिक इतिहास में छह अप्रैल का दिन खास अहमियत रखता है और इसी दिन साल 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी. श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में स्थापित भारतीय जन संघ से इस नई पार्टी का जन्म हुआ था. 1977 में आपातकाल की घोषणा के बाद जनसंघ का कई अन्य दलों से विलय हुआ और जनता पार्टी का उदय हुआ. पार्टी ने 1977 के आम चुनाव में कांग्रेस से सत्ता छीन ली और 1980 में जनता पार्टी को भंग करके भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई. 1984 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के मात्र दो सांसद ही लोकसभा पहुंचे थे। आंध्र प्रदेश की हनमकोंडा लोकसभा सीट से चंदूपतला जंगा रेड्डी और गुजरात की मेहसाणा लोकसभा सीट से एके पटेल पार्टी के लोकसभा में पहले सांसद थे। हालांकि इस चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के कारण उपजी सहानुभूति लहर के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई थी। 1984 में लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर ही जीत के बावजूद पार्टी अपनी विचारधारा के साथ निरंतर बढती गई। कुछ ही समय में भारतीय राजनीति में अपना प्रमुख स्थान बना लिया। पार्टी ने तेजी से संगठन को मजबूत करने का काम किया और 1989 में भारतीय जनता पार्टी के 85 सांसद जीतकर आए और पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़कर 11.36 प्रतिशत तक पहुंच गया था। 1989 में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मध्यप्रदेश (उस समय छत्तीसगढ़ अलग नहीं था) से मिलीं। मध्य प्रदेश में पार्टी 27 सीटों पर जीत प्राप्त करने में कामयाब हुई। 1989 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा तीसरे नंबर की पार्टी बनी। 1991 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और मजबूती के साथ उभरी, 120 सीटों पर सफलता मिली। 1991 में भाजपा का मत प्रतिशत भी बढ़कर 20.11 प्रतिशत हो गया था। 1991 में अकेले उत्तर प्रदेश से भाजपा को 51 सीटें मिली थीं, इसके अलावा गुजरात में भी सीटें बढ़ीं थी और कर्नाटक, असम जैसे राज्यों में पार्टी के सांसद चुने गए थे। 1992 में अयोध्या आंदोलन हुआ था। देशभर में भारतीय जनता पार्टी का जनाधार बढ़ने लगा था और कई राज्यों में पार्टी की सरकारें बनना शुरू हुई थीं। 1996 के लोकसभा चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिला और इस चुनाव में भाजपा 161 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल बनकर उभरी और देश भर में पार्टी का वोट शेयर 20.29 प्रतिशत हो गया था, सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राष्ट्रपति ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिया। 1998 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने समान विचारधारा वाले कई क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया। 1998 में भाजपा 182 सीटों पर जीत प्राप्त करने में कामयाब हुई और पार्टी का वोट शेयर भी 25.59 प्रतिशत तक पहुंचा। उस समय उत्तर प्रदेश से 57, मध्य प्रदेश से 30,बिहार से 20, गुजरात से 19, कर्नाटक से 13 और ओडिशा से 7 सीटें भाजपा को मिली थीं। केंद्र में फिर से अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग की सरकार बनी, हालांकि वह सरकार भी एक साल में विश्वास मत हार गई और देश को फिर चुनाव का सामना करना पड़ा। 1999 एक बार फिर से 13वीं लोकसभा के लिए चुनाव हुए और उस समय भी भारतीय जनता पार्टी ने क्षेत्रीय दलों कोज्यादा सीटें दी और खुद 339 सीटोंपर चुनाव लड़ा, 1999 के लोकसभा चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी को 182 सीटेंमिलीं और पार्टी का वोट शेयर 23.75 प्रतिशत रहा। 1999 में केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली मजबूत सरकार बनी जो 2004 तक चली। सफलता के क्रम में भारतीय जनता पार्टी राज्य सभा में भी 101 सीटें लेकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। वर्ष 2022 के चुनाव के बाद पहली बार भारतीय जनता पार्टी राज्य सभा में सबसे बड़ी पार्टी बनी। वहीं 30 वर्ष बाद कोई पार्टी राज्य सभा में 100 से अधिक सीटें हासिल की।