नैनीताल
पहाड़ के घरों की पहली पसंद बना नीदरलैंड मूल का ट्यूलिप पुष्प
नीदरलैंड की तरह उत्तराखण्ड़ में भी आर्थिकी सुधारने का बन सकता आधार
सीएन, नैनीताल। नीदरलैड़ (हालैड़) मूल का खूबसूरत ट्यूलिप प्रजाति का पुष्प पहाड़ के घरों की पहली पसन्द बनता जा रहा है। नीदरलैण्ड की आर्थिकी सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला यह पुष्प् उत्तराखण्ड की आर्थिकी सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह गमलों से लेकर पालीहाउसों में भी उगाया जा सकता है। नीदरलैड में इस पुष्प् का अन्य देशों में भारी निर्यात होता है। खूबसूरत यह पुष्प उत्तराखण्ड के घरों में तेजी से अपनाया जा रहा है। वाईटीडीओ के राजा साह के मुताबिक इस फूल के बल्ब अभी कम मात्रा में मिलते है, यदि यह भारी मात्रा में उपलब्ध हो जाए तो इसका प्रचार वृहत्तर क्षेत्र में हो सकता है। इसका व्यवसायिक उपयोग करने की जरूरत है। हिमाचल प्रदेश में इस पुष्प का व्यवसायिक उपयोग किया गया है। यह पुष्प कई रंगों में होता है। फूलों की क्यारियों में यह बरबस आकर्षित कर लेता है।
व्यवसायिक उपयोग बेहतर: सिह
नैनीताल। नीदरलैड़ के वाक लिंगन विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर रह चुके पन्त नगर के पूर्व वैज्ञानिक डाॅ. आरएस चैहान के मुताबिक नीदरलैड को खुशहाल बनाने में ट्यूलिप पुष्प का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नीदरलैंड की तरह उत्तराखण्ड में भी इसका व्यवसायिक उपयोग कर आर्थिकी मजबूत की जा सकती है। नीदरलैड़ को भूमि नहीं उपलब्ध होने से नाइदर लैण्ड भी कहा जाता था। समुद्रतल से दो मीटर नीचे बसा नीदरलैड उथले समुद्र में देशवासियों ने अथक श्रम से बसाया है।