नैनीताल
मशरूम उत्पादन कमजोर किसानों के लिए स्वरोजगार का अच्छा साधन : बिष्ट
मशरूम उत्पादन कमजोर किसानों के लिए स्वरोजगार का अच्छा साधन : बिष्ट
सीएन, ज्योलीकोट/नैनीताल। उद्यान एवं खाद्य प्रशिक्षण विभाग उत्तराखण्ड इंडो डच मशरूम परियोजना ज्योलीकोट द्वारा मशरूम उत्पादन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री महेंद्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख भीमताल डॉ हरीश बिष्ट द्वारा प्रतिभाग किया गया। ब्लाक प्रमुख ने कहा कि मशरूम उत्पादन कमजोर किसानों का आर्थिक स्तर ऊंचा उठाने के लिए स्वरोजगार का अच्छा साधन है, जिसमें कम लागत में कम स्थान पर कम पूंजी से अधिक लाभ लिया सकता है। पंतनगर से आए डॉ एसके मिश्रा द्वारा नई प्रजाति “सिटाके” उत्पादन पर विस्तार बताते कहा कि ये एक महंगी बिकने वाली प्रजाति है और उत्पादक ज्यादा लाभ ले सकते हैं। इंडो डच मशरूम परियोजना विकास अधिकारी जेसी भट्ट, एसएस बिष्ट, गगन बिष्ट, सरस्वती बृजवाल ने पिछले दो वर्षो में परियोजना की प्रगति और मशरूम उत्पादन में युवाओं की बढ़ती भागीदारी की प्रशंसा की। समापन करते हुए प्रदेश महामंत्री किसान मोर्चा नेगी ने उत्तराखंड को अग्रणी बनाने का आह्वान करते कहा कि किसान और उत्पादकों का विश्वास जीतने के लिए संबंधित विभागों को विश्वसनीयता पर खरा उतरना होगा। वरिष्ठ भाजपा नेता हरगोविंद रावत और पुष्कर जोशी ने सरकार की योजनाओं का लाभ उठा आर्थिक स्थिति को मजबूत करने पर जोर दिया। मशरूम उत्पादक हीरा नगर से अक्षत पांडे, काशीपुर से शुभम बडोला, दीपक राणा, गोलापार से यश चौधरी, फतेहपुर से अभिनव धपोला, हल्दूचौड से मनोज सहित अन्य जिलों से बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। ग्राम प्रधान हरगोविंद रावत, शेखर भट्ट, पुष्कर जोशी, राजेंद्र कोटलिया आदि उपस्थित रहे। संचालन गगन पंत ने किया।