राष्ट्रीय
4000 लोगों को कार.घर दे चुका हूं, 13 साल की उम्र में स्कूल छोड़ शुरू किया काम
4000 लोगों को कार.घर दे चुका हूं, 13 साल की उम्र में स्कूल छोड़ शुरू किया काम
सीएन, अहमदाबाद। हीरा व्यापारी सावजी ढोलकिया की हर दिवाली चर्चा होने लगती है। वह दिवाली पर अपने कर्मचारियों को महंगे तोहफे देते हैं। इनमें कार, घर और गहने तक शामिल होते हैं। वह गुजरात के रहने वाले हैं। उनकी गिनती देश के जाने-माने व्यापारियों में होती है। सावजी ढोलकिया श्री हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स के चेयरमैन हैं। हर साल दिवाली में वह सुर्खियों में रहते हैं। इस दिन वह अपने कर्मचारियों को महंगे गिफ्ट देते हैं। ऐसे गिफ्ट में कार, घर और बेशकीमती जेवरात शामिल होते हैं। वह 1995 से ऐसा करते आ रहे हैं। ढोलकिया अपने कर्मचारियों को अपने परिवार के सदस्य के तौर पर ही देखते हैं। यहां तक उनके पैरेंट्स को हर साल एक टूर पर भी भेजते हैं। अब तक 4000 से ज्यादा लोगों को वह कार, घर और गहने दे चुके हैं। आइए, यहां इस दानवीर के बारे में जानते हैं। सावजी ढोलकिया गुजरात के अमरेली जिले में दुधाला गांव के रहने वाले हैं। 13 साल की उम्र में उन्होंने स्कूल छोड़ दिया था। वह अपने चाचा के हीरा व्यापार से जुड़ गए थे। बाद में उनहोंने चाचा से ही कर्ज लेकर अपना कारोबार शुरू किया। डायमंड पॉलिशिंग बिजनस में 10 साल संघर्ष करने के बाद उन्होंने 1991 में हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स की नींव रखी। शुरुआत में कंपनी की बिक्री नाम मात्र ही थी। लेकिन, मार्च 2014 तक आते-आते कंपनी का टर्नओवर 400 करोड़ रुपये के पार चला गया। इस कंपनी में 6,000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। 90 के दशक में जब उनकी बिक्री बहुत खास नहीं थी तब भी वह अपने कर्मचारियों को बहुत खुश रखते थे। 1995 में ढोलकिया ने अपने कर्मचारियों को 3 कारें दी थीं। वह 4000 से ज्यादा लोगों को कार, घर या गहने दे चुके हैं। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के पैरेट्स को साल में एक बार टूर की सुविधा दी जाती है। यह टूर 15 दिन का होता है। वह खुद 10 दिन इस टूर में उनके साथ रहते हैं। अपने माता-पिता की तरह कर्मचारियों के पैरेंट्स की सेवा करते हैं। वह कहते हैं – ‘देना चालू करो मिलना चालू हो जाएगा। सावजी ढोलकिया पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं। वह डायमंड जूलरी बनाकर विदेश में भी एक्सपोर्ट करते हैं। उनकी कंपनी की डायमंड जूलरी 50 से ज्यादा देशों में जाती है। इनमें अमेरिका, बेल्जियम, संयुक्त अरब अमीरात, हांगकांग और चीन शामिल हैं। कंपनी ने अपनी गोल्डन जुबली के मौके पर कर्मचारियों को बोनस देने के लिए 51 करोड़ रुपये खर्च किए थे। सावजी ढोलकिया साल 2015 में सुर्खियों में आ गए थे। उस साल दिवाली के मौके पर उन्होंने अपने 1200 कर्मचारियों को जूलरी, 200 फ्लैट और 491 कार गिफ्ट की थीं। इससे पहले 2014 में भी उन्होंने कर्मचारियों को इंसेन्टिव के तौर पर 50 करोड़ रुपये बांटे थे। यह सिलसिला जारी रहा। साल 2018 में उन्होंने दिवाली पर 600 कर्मचारियों को कार और 900 कर्मचारियों को एफडी दी थी। उन्होंने अपने तीन कर्मचारियों को मर्सिडीज बेंज जैसी महंगी कार गिफ्ट की थीं। इन तीनों कर्मचारियों ने कंपनी में नौकरी के 25 साल पूरे किए थे। वर्ष 1992 में सावजी के छोटे भाई घनश्याम भी इन्ही के साथ कार्य करने लगे। सावजी ढोलकिया की पत्नी का नाम गौरीबेन एस ढोलकिया हैं। जिनसे उनकी दो बेटियां मैना सिमेदिया, निमिषा ढोलकिया और एक बेटा द्रव्य ढोलकिया हैं।
