नैनीताल
अंबेडकर सभी वर्ग संप्रदाय के नेता थे-पूरन महरा
सीएन, नैनीताल। पिछड़ों, दलितों के मसीहा व भारत के महामानव बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 131 वीं जयंती नैनीताल में धूमधाम से मनाया गया। यहां एक कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता पूरन महरा ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर महरा ने कहा कि बाबा साहब को हम महत्वपूर्ण भूमिकाओं में देखते हैं। वह न केवल भारत के अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, राजनीति शास्त्री, शिक्षाविद्र थे वरन वह आरबीआई संस्थापक, दामोदर घाटी परियोजना, हीराकुंड परियोजना के शिल्पकार, रोजगार कार्यालय ,पानी बिजली ग्रिड की स्थापना, स्वतंत्र चुनाव आयोग, हिंदू कोड बिल, महिलाओं को समान अधिकार, प्रारूप समिति के अध्यक्ष भारत के प्रथम कानून मंत्री की भूमिका में भी रहे। लेकिन तत्कालीन राजनीति ने डा. भीमराव अंबेडकर को जातियों और एक वर्ग विशेष का नेता घोषित करवा दिया जबकि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर किसी जाति या वर्ग विशेष के नेता न होकर सभी वर्ग संप्रदाय के नेता थे। वह मानवता की हितैषी थे और राजनीतिक रूप से तिरस्कृत थे। उस महान चिंतक ऐसे महान पुरुष को जातियों की सीमाओं में बांध कर रखना उनके साथ घौर अन्याय है।