राजनीति
कांग्रेस नेता भाजपा को अपना भगवान मानते हैं तो, केशदान स्वीकार: महेंद्र भट्ट
कांग्रेस नेता भाजपा को अपना भगवान मानते हैं तो, केशदान स्वीकार: महेंद्र भट्ट
सीएन, देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस नेता यदि भाजपा को अपना भगवान मानते हैं तो उनकी पार्टी पितृपक्ष में किए जाने वाले केशदान को स्वीकार कर लेगी। कांग्रेस पर बयान के बाद बवाल मच गया। कांग्रेस ने भी पटलवार किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस नेता यदि भाजपा को अपना भगवान मानते हैं तो उनकी पार्टी पितृपक्ष में किए जाने वाले केशदान को स्वीकार कर लेगी। भट्ट ने ये बात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बयान के प्रतिक्रिया के स्वरूप कही। भट्ट ने कहा कि पितृपक्ष में लोग, पितरों के आशीर्वाद व परिवार के कल्याण भाव से केशदान करते हैं। चूंकि सरकार तेजी से विकास कार्य कर रही है। ऐसे में यदि कांग्रेस, भाजपा को भगवान मानकर राज्य के विकास के लिए केशदान करना चाहती है तो उनकी पार्टी उसे स्वीकार करने को तैयार है। भट्ट ने कहा अंकिता केस में कांग्रेसी बार.बार किसी वीआईपी का जिक्र करते हैं। ऐसा लगता है कि कांग्रेस नेताओं को उस वीआईपी का नाम पता है, यदि ऐसा है तो कांग्रेस नेताओं को वह नाम सार्वजनिक कर देना चाहिए। मालूम हो कि इससे पहले कांग्रेस ने कहा था कि अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर पार्टी प्रदेशभर में केशदान अभियान चलाने जा रही है। इसके तहत पार्टी की महिला और पुरुष नेता विरोध स्वरूप सामूहिक केशदान करेंगे। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि जांच में ढिलाई व वीआईपी का पता न चलने के विरोध में कांग्रेस की दो नेताओं ने केशदान किए। जिसे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सनातन धर्म से जोड़ दिया। उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पर हल्की बयानबाजी का आरोप लगाया है। दसौनी ने कहा है कि सत्तारूढ़ दल के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट सड़क छाप राहगीरों जैसी बयानबाजी कर रहे हैं। दसौनी ने कहा कि पहले तो महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस की महिला नेत्रियों द्वारा सिर मुंडाए जाने को हिंदू सनातन धर्म का अपमान बताया जो की कोई कूपड़ या गवार व्यक्ति ही कर सकता है, क्योंकि हिंदू सनातन धर्म में सिर मुंडाने को लेकर महिलाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं है। वहीं महेंद्र भट्ट को अपनी पार्टी का इतिहास भी याद रखना चाहिए। कहा कि उमा भारती कितने बार अपना सिर मुंडवा चुकी हैं और ब्याहता होते हुए भी सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने पर सिर मुड़ाने की धमकी दे डाली थी। दसौनी ने कहा कि महेंद्र भट्ट के बयानों ने साबित कर दिया की उन्हें वेदों और पुराणों का भी कोई ज्ञान नहीं है, इसीलिए वह अंकिता भंडारी हत्याकांड से ध्यान भटकने के लिए ऐसी बचकानी बात कर रहे हैं।