राजनीति
मुश्किल में फंसे केजरीवाल, विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर बंगले की होगी सीवीसी जांच
मुश्किल में फंसे केजरीवाल, विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर बंगले की होगी सीवीसी जांच
सीएन, नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ने वाली है। बंगले के मामले में सीवीसी जांच की जाएगी। जिसके आदेश जारी किए गए हैं। सीवीसी के मुताबिक केजरीवाल ने सभी नियमों को ताक पर रखकर 8 एकड़ में 40 हजार स्क्वायर यार्ड में यह बंगला बनवाया था। इस मामले में ही पीडब्ल्यूडी जांच करने वाला है। जिसमें सभी पक्षों को गहराई से टटोला जाएगा। सीवीसी जांच के आदेश भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर दिए गए हैं। उन्होंने पिछले साल सीवीसी को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी। इस मामले को लेकर दिल्ली की सियासत गर्माने वाली है। हालांकि आम आदमी पार्टी की तरफ से इस जांच को लेकर कोई रिएक्शन नहीं आया है। अरविंद केजरीवाल का यह बंगला जिसे विपक्षी दलों ने शीशमहल नाम दिया है, काफी चर्चा में था। इस बंगले में करोड़ों रुपये का रिनोवेशन भी विवादों में है। शीश महल का मुद्दा दिल्ली विधानसभा चुनाव में काफी उछाला गया, जिसका केजरीवाल को नुकसान भी उठाना पड़ा है। अब चुनावी नतीजों के बाद सीवीसी ने उनकी और ज्यादा मुश्किल बढ़ा दी है। विजेंद्र गुप्ता की पिछले साल दी गई शिकायत में आरोप है कि आवास के रिनोवेशन और कंस्ट्रक्शन में सभी नियमों का उल्लंघन हुआ। तर्क दिया गया कि निर्माण के दौरान ग्राउंड कवरेज और फ्लोर एरिया रेश्यो की तय सीमाओं का ध्यान नहीं रखा गया। दावा तो यहां तक हुआ कि भव्य बंगला बनाने के लिए कई आसपास की सरकारी संपत्तियों को तोड़ा गया। अब इसी मामले की जांच सीवीसी करने वाली है। यह बंगला मुख्यमंत्री रहते हुए केजरीवाल ने बनवाया था। इसका निर्माण कोरोना काल में हुआ था। सरकारी आवास में हुए इस अतिक्रमण को तुरंत हटाने की मांग करते हुए भाजपा विधायक का आरोप हैं कि 6, फ्लैग स्टाफ रोड को उसकी मूल स्थिति में बहाल किया जाए और 8। व 8 फ्लैग स्टाफ रोड के सरकारी बंगले अलग किए जाएं। यह न केवल सरकारी नियमों का उल्लंघन है, बल्कि जनता के पैसों की खुली लूट भी है। विजेंद्र गुप्ता ने इस पूरे मामले को एक गंभीर भ्रष्टाचार का मामला बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के खजाने से करोड़ों रुपए खर्च कर ये आलीशान शीश महल तैयार किया गया, जबकि दिल्ली की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही थी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की कथनी और करनी में जमीन.आसमान का अंतर है। आम आदमी पार्टी की तरह से कहा गया कि सीएम आवास जिसमें उस समय केजरीवाल रह रहे थे, वह जर्जर हो चुका था। जिसके बाद उन्होंने इसका रेनोवेशन करवाया था।
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