राजनीति
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोस सीट: कांग्रेस ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया को टिकट दिया
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोस सीट: कांग्रेस ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया को टिकट दिया
सीएन, नई दिल्ली। दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर होने वाले लोक चुनाव के लिए बीजेपी को टक्कर देने के लिए इंडिया गठबंधन ने अपने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। करीब महीने भर पहले आम आदमी पार्टी ने चार सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया था। अब बीती रात कांग्रेस ने भी बचे हुए तीन सीटों के लिए अपने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार को टिकट दिया है। उनका मुकाबला बीजेपी के मनोज तिवारी से होगा। उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से इकलौते मनोज तिवारी ही हैं जिन्हें पार्टी ने तीसरी बार टिकट दिया है और कांग्रेस ने काफी मंथन के बाद इस सीट से कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है। दोनों बिहार से रहने वाले हैं। पूर्वी लोकसभा सीट में मुस्लिम मतदाताओं के बाद सबसे अधिक पूर्वांचल के वोटर हैं। ऐसे में मुकाबला रोचक हो गया है। कन्हैया कुमार को टिकट दिए जाने पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मनोज तिवारी ने कहा है कि 40 दिन के भ्रमण पर टुकड़े टुकड़े गैंग विचारों वाले कन्हैया कुमार आए हैं। उन्हें हमारी उत्तर पूर्वी दिल्ली में मोदी के नेतृत्व में 10 साल में हुए 1,4600 करोड़ के कामों पर नजर जरूर डालनी चाहिए, क्योंकि उन्हें पता तो चले कैसे कांग्रेस ने इस क्षेत्र को इग्नोर कर रखा था और उन्हें भारत की सेना पर उल्टे सीधे बयानों से बचना चाहिए। दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने चांदनी चौक पर डॉक्टर जेपी अग्रवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोक सभा सीट से उदित राज को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जातीय समीकरण और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जेएनयू में छात्रसंघ के एनएसयूआई से अध्यक्ष रहे हैं। अपने भाषण के कारण कन्हैया कुमार सुर्खियों में रहते हैं। कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। कन्हैया कुमार बिहार के रहने वाले हैं और अपनी पहचान रखते हैं। इससे पहले कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय सीट से सीपीआई के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े थे। लेकिन चुनाव हार गए थे।