अल्मोड़ा
देश आजाद हुए 75 वर्ष, पूर्व विधायक के गांव के बच्चे रास्ते से वंचित
सीएन, अल्मोड़ा। जहां देश आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो गये है, वही आज भी गांवों की दशा ज्यों की त्यों बनी है। यहां पूर्व विधायक गोबिंद सिंह बिष्ट के गांव की बात करे तो यहां स्कूली बच्चों को जान जोखिम में डाल कर हर रोज स्कूल आना जाना पड़ता है। इन रास्तों में कार्य के नाम पर लीपापोती कर खानापूर्ति की गयी है। नौगांव इंटर कालेज रीठागाड पट्टी का सबसे पुराना इंटर कालेज है। इस इंटर कालेज की स्थापना सन् 1980 हुई। पूर्व विधायक स्व. गोबिंद सिंह बिष्ट और स्व. सोबन सिंह जीना के द्वारा स्थापना की गयी। आज इस इंटर कालेज में 285 बच्चे पढते हैं। रास्ता नही होने से यहां स्कूली बच्चों के साथ ग्रामीणों को भी आने जाने में काफी कठिनाई को सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि आज सबका साथ सबका विकास की बात करने वाली सरकार के कार्यकाल में कई ऐसे गांव है जहां आने जाने के लिए रास्ता तक नही है। जिसका एक प्रत्यक्ष उदहारण यह क्षेत्र है।
जहां भारत विश्व की तीसरी महाशक्ति बनने जा रहा है वही धरातल में देखें तो सरकार अपने भूतपूर्व विधायक के गांव में स्कूली बच्चों व ग्रामीणों के लिए रास्ता नहीं बना पा रही है। रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी, सचीव नन्दन राना, देवेन्द्र सिंह बोरा, राजू भंडारी, मनोज सिंह जडौत, दीवान सिंह, दीवान सिंह भंडारी, कुंदन सिंह बोरा, पकंज पांडे, जगत सिंह बोरा आदि लोगों ने सरकार और प्रशासन से गांव के रास्तों की यथाशीघ्र निमार्ण किये जाने की मांग की है।