जन मुद्दे
अग्निपथ के खिलाफ पलवल में हिंसा, तोड़फोड़-आगजनी के बाद फायरिंग
बिहार में रेल लाइनों में तोडफोड, बोगियों में आग लगाई, भाजपा दफ़्तर में आगजनी
सीएन, नईदिल्ली। सेना में चार साल सेवा के लिए आई अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार से शुरू हुए आंदोलन की लपटें हरियाणा तक पहुंच गई हैं। गुरुग्राम और पलवल में भी युवा बवाल कर रहे हैं। पलवल में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव किया और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी है। डीसी कार्यालय में भी तोड़फोड़ लगा दी गई। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग की भी सूचना है। नई योजना अग्निपथ के विरोध में बिहार में शुरू हुआ युवाओं का विरोध दूसरे दिन यानी गुरुवार को उग्र रूप अख्तियार कर लिया है। नवादा जिले के भाजपा कार्यालय में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इससे पहले इसी जिले में भाजपा विधायक पर हमला हुआ था। दिल्ली- हावड़ा मुख्य रेल लाइन के बक्सर और आरा स्टेशनों पर जमकर तोड़फोड़ हुई है और रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है।उधर, गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर हाईवे को पूरी तरह जाम कर दिया गया है। दोनों ही जगहों पर बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मी हालात को काबू करने में जुटे हुए हैं। पलवल में अग्निपथ स्कीम के विरोध में हिंसक प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव के साथ कई गाड़ियों को फूंक डाला। कई पुलिस कर्मियों को आई गंभीर चोटें। प्रदर्शनकारी सुबह करीब 11 बजे उपायुक्त निवास के पास जमा हुए और राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। जाम लगाने के बाद सरकार के प्रति जमकर नारेबाजी की गई। भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा कुछ देर बाद प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और युवाओं ने भी वहां पथराव शुरू कर दिया। पुलिस जिप्सी को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने मीडिया कर्मियों पर भी पथराव कर दिया। जिस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के नजदीक बने मीडिया सेंटर में पत्रकारों को अपने आप को बंद करना पड़ा।
भागलपुर से बक्सर और गया से मोतिहारी तक हर जगह बवाल
विरोध की यह कड़ी भागलपुर से बक्सर तक देखने को मिल रही है। कई जगह ट्रेनों की बोगियों में आग लगा दी गई है, तो आरा में ट्रेन पर पथराव से कई यात्री जख्मी हो गए हैं। मोतिहारी, सिवान, छपरा, जहानाबाद, अरवल, नवादा, पटना, मुजफ्फरपुर, कैमूर सहित कई शहरों में पिछले दो दिनों में विरोध तेज हुआ है। गया में गांधी मैदान में युवाओं ने सभा की। यहां प्रशासन पहले से सतर्क रहा और सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था। युवाओं का कहना है कि सरकार को सेना में भर्ती, वेतन और पेंशन के लिए पुरानी प्रक्रिया को ही जारी रखा जाना चाहिए। गुरुवार को पटना–गया रेलखंड, पटना-पीडीडीयू रेलखंड, गया-किउल रेलखंड, छपरा सिवान रेलखंड पर युवाओं ने ट्रेन परिचालन बाधित किया है। बुधवार की शाम गया में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के काफिले पर इसी विषय पर हंगामे के दौरान पथराव किया गया था। गुरुवार को नवादा में विधायक की गाड़ी पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। हंगामा के चलते पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस, काशी-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक-कामख्या एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को अलग -अलग स्टेशनों पर घंटों रोकना पड़ा है। बुधवार को पटना, भागलपुर, बक्सर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय सहित और भी कई शहरों में हंगामा हुआ था।