जन मुद्दे
एसडीआरएफ ने सैकड़ों लोगो को पहुंचाया सुरक्षित, मां को आंखों से तलाशता मासूम
एसडीआरएफ ने सैकड़ों लोगो को पहुंचाया सुरक्षित, मां को आंखों से तलाशता मासूम
सीएन, पिथौरागढ़। विषम परिस्थितियां दुर्गम इलाका ऊपर से खराब मौसम इन सबके बीच भूस्खलन और पत्थर गिरने के खतरे से बेपरवाह एसडीआरएफ की टीम अपने मिशन में सुबह से लेकर शाम तक हर मोर्चे पर जूझते हुए दिखाई दे रही है हालांकि बरसात ने अब थोड़ी राहत की सांस दी है लेकिन इन सबके बीच भूस्खलन का खतरा लगातार बरकरार है फिर भी एसडी आरएफ की टीम अपने मिशन को अंजाम देने के लिए सूचना मिलते ही भगवान के रूप में आगे आती है 27 सितम्बर के भूस्खलन पर नजर डाली जाए तो डीडीएमओ पिथौरागढ़ की एक सूचना पर एसडीआरएफ अपने मिशन को निकल पड़ी गुरना मंदिर के पास भूस्खलन से आये मलवे के कारण मार्ग अवरुद्ध होने से सैकड़ो लोग फंस गए , बरसात और भूस्खलन के खतरे के बावजूद उन लोगों को सही तरीके से सुरक्षित पार कराने का जिम्मा एक बार फिर एसडीआरएफ ने उठाया उप निरीक्षक मनोहर कन्याल की रेस्क्यू टीम कांस्टेबल रोहित परिहार, संतोष सिंह, खेमराज सिंह, जगमोहन सिंग पैरामेडिकल संदीप रतूड़ी चालक जितेंद्र बिष्ट रेस्क्यू उपकरणों के साथ घटनास्थल को रवाना हुए जहां पर चट्टान की तरह अडिग सड़क पर आए मलबे ने उनका रास्ता रोक लिया और मुख्य मार्ग पर मलबा आने से पूरी तरह ध्वस्त हो गई सडक को पार करने के लिए भी अत्यधिक खतरनाक हो चुका था। जिसके बाद एसडीआरएफ टीम ने वैकल्पिक रास्ते का चयन करते हुए वहाँ फंसे बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं व अन्य को अपने सुरक्षा घेरे में लेते हुए धीरे-धीरे सुरक्षित मार्ग पार कराकर गन्तव्य हेतु भेजा । यहां देखने वाली बात यह रही कि इतने बड़े मिशन को अंजाम देना एक बहुत बड़ा चुनौती से भरा काम था जहां नवजात शिशुओं को गोदी में लेकर एसटीआरएफ की टीम उन्हें सुरक्षित लेकर निकल पड़ी जहां पर बच्चों की मां भी एसडीआरएफ द्वारा की गई इस त्वरित कार्रवाई की सराहना करने से अपने आप को रोक ना सकी जो भी हो विषम चुनौती भरे मिशन को अंजाम सफलतापूर्वक देकर एसडीआरएफ ने सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जो काबिले तारीफ भरा कदम है।