अल्मोड़ा
मानवता के मिशन पर पुलिस टीम को मिली कामयाबी, आमा मुंबई से लौटी अल्मोड़ा
सीएन, अल्मोड़ा। 9 जनवरी को हल्द्वानी निवासी न मुंबई की सडकों में लावारिस घुम रही आमा का वीडियो बना कर वायरल कर दी। आमा अल्मोड़ा जनपद की निवासी होने पर पुलिस कप्तान अल्मोड़ा ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने एक टीम गठित की। 11 जनवरी को मुम्बई पहुचने के बाद अल्मोड़ा पुलिस टीम स्थानीय मुम्बई पुलिस, वीडियो बनाने वाले सज्जन गुरविन्दर सिंह ढिल्लो (गोनी), समाज सेवी दान सिंह राजपुत व उनकी टीम एवं मानवाधिकार फाउण्डेशन मुंबई की अध्यक्ष मीनाक्षी सावंत से मिली और उनके सहायता से माता (आमा) की तलाश प्रारम्भ कर लगातार दिन-रात तलाश में जुटी रही। एसएसपी अल्मोड़ा के लगातार निर्देशन/मार्गदर्शन में पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज चेक किये गये और लगातार अलग-अलग स्थानों बोरीवली, कांदिवली, मलाड, अंधेरी वेस्ट व लोखंडवाला में बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, फ्लाई ओवर/ब्रिज के नीचे, लंगरों, रैन बसेरो, धर्मशालाओं आदि जगहों पर भ्रमण कर आमा की फोटो/पम्पलेट चस्पा कर व लोगों को दिखाकर पूछताछ करते हुए आमा की तलाश हेतु निरन्तर प्रयास किये गये। अल्मोड़ा पुलिस टीम कानि. योगेश कुमार व महिला कानि. साईन अंसारी द्वारा स्थानीय मुम्बई पुलिस, गुरविन्दर सिंह ढिल्लों (गोनी), समाज सेवी दान सिंह राजपुत व उनकी टीम एवं मानवाधिकार फाउण्डेशन मुंबई की अध्यक्ष मीनाक्षी सावंत के सहयोग से 3 दिनों से दिन-रात कड़ी मेहनत व अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप 14 जनवरी की प्रातः को पुलिस टीमों द्वारा आमा को सकुशल तलाश कर लिया गया था। आमा के पैर में पुरानी चोट थी, पैर सूजा हुआ था जिसका उपचार व आमा का स्वास्थ्य परीक्षण आदि कराकर अल्मोड़ा पुलिस टीम आमा को अपने संरक्षण में 15 जनवरी की प्रातः मुम्बई से रवाना होकर 16 जनवरी को सकुशल अल्मोड़ा पहुच गयी है। प्रदीप कुमार राय, एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा आमा से मिलकर कुशल क्षेम पूछकर आमा को शाँल ओढ़ाकर हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया गया। आमा की तलाश में दिन-रात जी तोड़ मेहनत करने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाकर उत्साहवर्धन हेतु पुरस्कृत करने की बात कही गयी। आमा का चिकित्सकीय परीक्षण कराने के उपरान्त अग्रिम आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।