उत्तराखण्ड
सेना के जवान मोहन की चली गई जिंदगी, दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठा
सेना के जवान मोहन की चली गई जिंदगी, दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठा
सीएन, चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले से पूरे प्रदेशवासियों के लिए एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां पर असम राइफल्स नागालैंड में तैनात गौचर के पनाई गांव के निवासी हवलदार मोहन सिंह नेगी बीते 2 दिन पूर्व ही छुट्टियां मनाने के लिए घर आए हुए थे लेकिन तभी अचानक से उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया जिसके चलते वो शहीद हो गए। उनके आकस्मिक निधन की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया। वहीं बीते सोमवार की सुबह पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद हवलदार मोहन सिंह नेगी को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान हर किसी की आंखें नम थी। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार चमोली जिले के गौचर क्षेत्र के पनाई गांव के निवासी हवलदार मोहन सिंह नेगी इन दोनों असम राइफल्स नागालैंड में तैनात थे जो बीते दो दिन पूर्व ही छुट्टी लेकर घर आए हुए थे। तभी बीते शनिवार की देर रात हवलदार मोहन सिंह की अचानक से तबीयत बिगड़ने लगी जिससे घबराए परिजन उन्हें तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौचर ले गए यहाँ से उन्हें हायर सेंटर श्रीनगर रेफर किया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके आकस्मिक निधन के बाद से उनके परिजनों का रो.रो कर बुरा हाल है वहीं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद मोहन सिंह के पार्थिव शरीर को उनके परिजन रविवार की रात घर ले आए थे। वहीं बीते सोमवार की सुबह रुद्रप्रयाग स्थित आर्मी के 6 ग्रेडिनियर को इस घटना की सूचना दी गई तत्पश्चात आर्मी के सभी जवानों द्वारा शहीद मोहन सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घाट पर अंतिम विदाई दी गई। बताया जा रहा है कि शहीद मोहन सिंह नेगी के परिवार मे उनके तीन बड़े भाई समेत माता पत्नी और दो बच्चे है। शहीद मोहन सिंह नेगी का बेटा रुद्रा पॉलिटेक्निक कर रहा है जबकि मोहन सिंह की बेटी कोमल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गौचर में अध्ययनरत है।