उत्तराखण्ड
क्या कांग्रेस को यश दिला पाएंगे यशपाल
सीएन, देहरादून। कांग्रेस महीने भर की जद्दोजहद के बाद नेता प्रतिपक्ष के लिए यशपाल आर्य का चयन किया है। बताते चले की नेता प्रतिपक्ष का पद कैबिनेट मंत्री के समकक्ष होता है। उसकी सत्ता में सरकार में एक अलग ओहदा और एक पहचान होती है। निश्चित रूप से एससी वोटर्स को साधने में यशपाल के रूप में कांग्रेस ने उत्तराखंड में तुरुप की चल चली है। दूसरी और करन मेहरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर पहाड़ का प्रतिनिधित्व देने को कोशिश हाईकमान द्वारा की गई है। जो कि इशारा कर रहा, पूर्व सीएम हरीश रावत की पसंद का ख्याल हाईकमान द्वारा रखा गया है। दूसरी ओर कई वरिष्ठ विधायकों के बीच विधायक दल के उप नेता का एवं पद भुवन कापड़ी को हाईकमान ने इनाम के रूप में दिया है बताते चलें कि विधानसभा चुनाव में भुवन कापड़ी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को हराकर इतिहास रचा। भुवन कापड़ी कांग्रेस में युवा तेजतर्रार नेता के रूप में उभर रहे हैं उन्हें प्रदेश संगठन में बदलाव के वक्त पिछले साल जुलाई में सीधा कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया था वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी भुवन कापड़ी की टक्कर धामी के साथ हुई थी उस वक्त धामी की इमेज सिर्फ विधायक के रूप में थी लेकिन इस बार धामी के साथ सीएम पद भी जुड़ा होने की वजह से कापड़ी को कमजोर माना जा रहा था लेकिन कापड़ी ने बता दिया कि वह कमजोर नहीं है। खटीमा विधायक कापड़ी के उपनेता प्रतिपक्ष बनाने पर कांग्रेस में उत्साह है उत्तराखंड कांग्रेस में ब्राह्मण चेहरे के रूप में उभरे हैं कापड़ी। जिनको उप नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को सीएम के खिलाफ जीत हासिल करने के इनाम के तौर पर भी देखा जा रहा है। बताते चलें कि कापड़ी ने राजनीति की शुरुआत 2005 में खटीमा महाविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में की थी । 2006 से 2009 तक एनएचआई के प्रदेश महासचिव रहे, 2010 में छत्तीसगढ़ में आंध्र प्रदेश में एनएसीआई का चुनाव संपन्न कराया। 2013 से 17 तक युवक कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष। 2017 में खटीमा मैं विधानसभा का चुनाव लड़े और बहुत कम 2708 वोट से हार गए। 2022 में विधानसभा चुनाव में कापड़ी ने भाजपा के सीएम चेहरे को वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 6000 से अधिक मतों से हराया। उप नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को इसी जीत के इनाम के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस हाईकमान ने जो फैसले लिए बड़े रोचक हैं प्रदेश अध्यक्ष के रूप में करन मेहरा को चुना है जो ठाकुर है। तो नेता प्रतिपक्ष के रूप में यशपाल आर्य को चुना है जोकि दलित वोट को साधने के रूप में देखा जा रहा है। और उप नेता प्रतिपक्ष के रूप में भुवन कापड़ी, ब्राह्मण वोटों को साधने के रूप में देखा जा रहा है।