उत्तर प्रदेश
तबादला रुकवाने को दो शिक्षिकाओं ने छात्राओं को बनाया बंधक
बीएसए ने महिला पुलिस की मदद से छात्राओं को बंधनमुक्त कराकर छत से नीचे उतारा
सीएन, लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के बेहजाम में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की करीब दो दर्जन छात्राओं को उनकी दो शिक्षकों ने गुरुवार रात कथित तौर पर छत पर बंद कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। लखीमपुर खीरी के बेसिक शिक्षा अधिकारीने बताया, शिक्षकों ने अनुशासनात्मक आधार पर दूसरे केजीबीवी में हुए उनके तबादले को रद्द करने के लिए जिले के अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबी) बेहजम में तैनात महिला शिक्षिका गोल्डी कटियार, मनोरमा मिश्रा और आशारानी यादव के बीच काफी समय से गुटबाजी चली आ रही थी। इस कारण कुछ माह पहले बीएसए ने तत्कालीन वार्डेन आशारानी यादव को उनके पद से हटा दिया था। उनके स्थान पर पलिया की ललिता कुमारी को प्रभारी वार्डेन बना दिया था। हालांकि इसके बाद भी गुटबाजी दूर नहीं हुई, बल्कि शिक्षिकाएं अपनी मनमर्जी मुताबिक कार्य करने लगीं। शिकायत पर बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने शिक्षिका गोल्डी कटियार का तबादला रमियाबेहड़ ब्लॉक और मनोरमा मिश्रा का तबादला पलिया ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कर दिया, जिसके आर्डर बृहस्पतिवार को जारी कर दिए गए। यह खबर लगते ही गोल्डी और मनोरमा ने अपना तबादला रुकवाने के लिए छात्राओं को मोहरा बनाने की साजिश रच डाली, जिसके लिए बृहस्पतिवार की रात करीब आठ बजे दोनों शिक्षिकाओं ने छात्राओं को छत पर ले जाकर उन्हें बंधक बना लिया। इसके बाद छात्राओं को अपने पक्ष में बयान देने के लिए भड़काया। भयभीत छात्राएं चीखने-चिल्लाने लगीं। इसकी जानकारी होने पर प्रभारी वार्डेन ललिता कुमारी ने बीएसए व जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को फोन से सूचना दी, जिसके बाद रात करीब 10 बजे बीएसए व जिला समन्वयक विद्यालय पहुंचे। मौके पर छात्राएं दोनों शिक्षिकाओं के साथ छत पर मौजूद थीं, जिन्हें नीचे आने से दोनों शिक्षिकाएं रोक रहीं थीं। इस पर बीएसए ने नीमगांव पुलिस को सूचना देकर बुलाया, जिसके बाद महिला पुलिस की मदद से छात्राओं को बंधनमुक्त कराकर नीचे उतारा गया। करीब रात 11 बजे तक विद्यालय में हंगामा होता रहा। एसओ नीमगांव देवेंद्र कुमार गंगवार ने दो महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी छात्राओं की सुरक्षा के लिए लगाई। वहीं जिला समन्वयक रेनू श्रीवास्तव की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपी शिक्षिकाओं गोल्डी कटियार व मनोरमा मिश्रा के खिलाफ छात्राओं को बंधक बनाए जाने समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया, वार्डन ललित कुमारी ने उन्हें और जिला समन्वयक, बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव को घटना के बारे में सूचित किया, जिसके बाद वे स्कूल पहुंचे और वहां कई घंटों तक मौजूद रहें। स्थानीय पुलिस थाना से महिला पुलिस को बुलाया गया और लड़कियों को अपने छात्रावास के कमरे में वापस लाया गया।