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उत्तर प्रदेश

यूपी की सबसे पुरानी मस्जिद 850 साल पहले बनी, तोप के गोले भी जिसे हिला न सके

यूपी की सबसे पुरानी मस्जिद 850 साल पहले बनी, तोप के गोले भी जिसे हिला न सके
सीएन, सुल्तानपुर।
अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है। राम मंदिर से करीब 25 किलोमीटर दूर धन्नीपुर में मस्जिद का निर्माण हो रहा है। मस्जिद समिति इसे भव्य रूप देने में जुटी है। सुल्तानपुर की जिन्नाती मस्जिद लगभग 850 साल पुरानी है। इस मस्जिद ने अंग्रेजों की हुकूमत भी झेली है। अंग्रेजों के उत्पीड़न की गवाह रही है। तोप के गोलों के निशान अब भी  मौजूद है। इसके पास स्थित खंडहर में तब्दील इमामबाड़ा और प्राचीन कुएं इस क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं। जिन्नाती मस्जिद का इस्लाम धर्म में भी जिक्र है। इस मस्जिद को सुल्तानपुर की पहचान के रूप में देखा जाता है। मस्जिद की बाहरी दीवार पर अंग्रेजों ने तोप से गोले दागे थे, जिसके निशान आज भी दिखते हैं। जिन्नाती मस्जिद के आसपास कस्बा इलाके में 50 से भी अधिक प्राचीन कुएं हैं। जिन्नाती मस्जिद के पास ही 850 साल पुराना एक साईं कुटी भी मौजूद है, जो इस क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। यह मस्जिद वास्तविक सुल्तानपुर की पहचान मानी जाती है, जिसे इस्लाम धर्म में उच्च दर्जा प्राप्त है। मस्जिद के बगल में एक इमामबाड़ा भी मौजूद है, जिसमें तत्कालीन बादशाह रहा करते थे। हालांकि इमामबाड़ा अब सिर्फ खंडहर में तब्दील होकर ढांचे के रूप में खड़ा र्है। जिन्नाती मस्जिद या बादशाही मस्जिद सुल्तानपुर के ऐतिहासिक धरोहर में शामिल है। यह मस्जिद सुल्तानपुर के कस्बा इलाके में बनी हुई है। कस्बा गांव के पूर्व प्रधान जुबैर अहमद बताते हैं कि यह मस्जिद लगभग 850 वर्ष पुराना है और यह ब्रिटिश काल के उत्पीड़न को भी झेल चुका है। लेकिन वर्तमान में इस मस्जिद का नवीनीकरण कराकर इसके ऐतिहासिक महत्व को संजोकर रखने का प्रयास किया गया है।
केएनआईटी के दक्षिणी हिस्से के कस्बा इलाके में मौजूद इस मस्जिद के आस.पास लगभग 50 से भी अधिक कुंए हैं, जो बहुत ही प्राचीन है। लोग ऐसा मानते हैं कि मुख्य सुल्तानपुर यही कस्बा इलाका ही था और इसके पास स्थित इमामबाड़े में बादशाह रहा करते थे। साथ ही इसके पास ही 850 वर्ष पुराना एक साईं कुटी भी मौजूद है।

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