मौसम
उत्तराखंड में अगले 24 घंटे बेहद संवेदनशील, 7 अगस्त तक भारी बारिश का पूर्वानुमान
सीएन, देहरादून/नैनीताल। उत्तराखंड में अगले 24 घंटे बेहद संवेदनशील बताए जा रहे हैं. मौसम विभाग की ताजा चेतावनी के मुताबिक, आज (रविवार) का दिन आम लोगों के लिए चुनौती भरा हो सकता है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 7 अगस्त तक भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कुछ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 3 अगस्त, रविवार के लिए जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसके मुताबिक उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज गर्जना और बौछारें पड़ने की संभावना है. कुछ इलाकों में हालात और भी गंभीर हो सकते हैं. देहरादून और बागेश्वर जैसे जिलों में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है. ऐसे में इन क्षेत्रों में सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है. इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है. उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल जैसे जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य के सभी जनपदों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने और तेज से अति तेज बारिश का दौर चलने की पूरी संभावना है. इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में लोगों से अपील की गई है कि वे घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें और पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें.बीते शनिवार को खराब मौसम की वजह से चमोली जिले के हेलंग क्षेत्र में बड़ा हादसा हो गया. यहां टीएचडीसी की ओर से निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की साइट पर भूस्खलन हुआ. भूस्खलन इतना जबरदस्त था कि मौके पर काम कर रहे करीब 50 मजदूरों में से 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि बरसात के इस दौर में निर्माण कार्य और पहाड़ी यात्राएं कितनी जोखिमभरी हो सकती हैं. मौसम के बदले मिजाज ने न सिर्फ आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि पर्यटकों की योजनाओं को भी पूरी तरह उलट-पुलट कर दिया है. इधर कुमाऊं के नैनीताल सहित कई अन्य जिलों में लगातार बारिश हो रही है. हल्द्वानी में जल भराव के कारण लोग परेशान हैं. गौला नदी सहित तमाम झीलों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।
