मौसम
पहाड़ों में मौसम ने बदली करवट, नैनीताल सहित पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी
सीजन की पहली बारिश से खिले किसानों के चेहरे, कुछ दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावना
सीएन, नैनीताल। राज्य में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है। पहाड़ी जिलों में जहां गुरुवार तड़के से रुक रुक कर बारिश हो रही है। वहीं नैनीताल सहित उच्च पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई। जिससे सैलानियों के चेहरे खिल उठे। मैदानी इलाकों में कोहरा छाने से कड़ाके की ठंड जारी हैं। साथ ही तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने भी आगामी कुछ दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है।जिसको देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया हैं। गुरुवार तड़के से नैनीताल, भवाली, मुक्तेश्वर, रामगढ़, बेतालघाट, कालाढूंगी, भीमताल, कैंची, रातीघाट आदि इलाकों में बारिश का दौर जारी रहा, जबकि नैनीताल के नैनीपीक सहित किलबरी, मुक्तेश्वर, रामगढ़ आदि इलाकों में हल्की बर्फ गिरी, पहाड़ों में एकाएक ठंड में इजाफा देखने को मिल रहा है। ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े और अलाव सहारा लेते दिख रहे हैं।
.जिला प्रशासन ने की अलाव की व्यवस्था
ठंड में पर्यटकों, यात्रियों, आम जनता व असहाय लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए जिले के मैदानी समेत ग्रामीण इलाकों में शीतलहर से बचाव हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। नगर निगम.पालिका और ग्राम पंचायतों के मुख्य चौराहों, बस स्टैंड आदि इलाकों में अलाव की व्यवस्था की गई है। साथ ही जिलाधिकारी नगर पालिका नगर पंचायत में निर्देश करते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में रात्रि रेनबेसरों का निरीक्षण कर खुले में सो रहे लोगों को कंबल वितरण और रेनबेसरों तक पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे तथा सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था का निरीक्षण कर फोटोग्राफ सुनिश्चित करने की बात कही।
सीजन की पहली बारिश से खिले किसानों के चेहरे
सीजन की पहली बारिश होने से किसानों को थोड़ी राहत मिली। बता दें जनवरी माह में जिले में बारिश नहीं होने से काश्तकारों को निराश होना पड़ रहा था। इस सीजन में मुख्य रूप से रबी की फसल तैयार की जाती है। वहीं नैनीताल जिले में इन दिनों गेहूं, जौ, मसूर, मटर, हरी सब्जी, प्याज, लहसुन आदि सब्जियां और फलों आदि की कटिंग लगाई जाती है। फरवरी माह के पहले दिन बारिश होने से किसानों को थोड़ी राहत मिली। कृषि विभाग के सूत्रों के मुताबिक बारिश होने से किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी और अच्छी पैदावार होगी।