अंतरराष्ट्रीय
खुलासा : एलियन के पास ऐसी महाशक्ति जो धरती पर मौजूद इंसानों के पास नहीं
एलियन के पास ऐसी महाशक्ति जो धरती पर मौजूद इंसानों के पास नहीं
सीएन, वाशिंगटन। एलियन धरती पर आ चुके हैं? क्या एलियन के पास महाशक्ति है और वे हमारी धरती की यात्रा कर वापस अपनी दुनिया में जा चुके हैं? इस तरह के कई सवालों के जवाब देते हुए अमेरिका ने हाल ही में अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट यानी अज्ञात उड़ने वाली वस्तुओं (यूएफओ) पर रिपोर्ट जारी की है। दरअसल इस तरह के कयास लगाए जाते हैं कि एलियन के पास ऐसी अलौकिक तकनीक अर्थात महाशक्ति हो सकती है जो शायद धरती पर मौजूद इंसानों के पास नहीं है। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से अमेरिकी सरकार की जांच में अलौकिक तकनीक का कोई सबूत नहीं मिला है। इसमें कहा गया है कि अधिकांश देखी गईं सामान्य वस्तुओं और घटनाओं की गलत पहचान की गई थी। रिपोर्ट में कहा गया कि आसमान में दिखने वाली कुछ घटनाओं को गलत तरीके से पेश किया गया है। उनमें अलौकिक तकनीक का कोई हाथ नहीं है। शुक्रवार को जारी की गई रिपोर्ट पेंटागन की 2022 की घोषणा पर आधारित है। उस साल अमेरिका ने ऑल-डोमेन एनोमली रेजोल्यूशन ऑफिस (एएआरओ) की स्थापना की थी। यह हवा, समुद्र, अंतरिक्ष और जमीन पर अज्ञात उड़ान वस्तुओं (यूएफओ) और अन्य घटनाओं की जांच करता है। अब पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एएआरओ को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह स्थापित किया जा सके कि एलियंस ने पृथ्वी का दौरा किया है या यहां उनकी क्रैश-लैंडिंग हुई। एआरआरओ ने 1945 से “अज्ञात विसंगतिपूर्ण घटना” (यूएपी) से संबंधित सरकार के ऐतिहासिक रिकॉर्ड का विवरण देते हुए अमेरिकी संसद में अपनी रिपोर्ट दी है। एएआरओ को इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि जिससे यह तय किया जा सके कि धरती पर किसी अलौकिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया।” रिपोर्ट में आगे कहा गया, “हालांकि कई यूएपी रिपोर्टें अनसुलझी या अज्ञात हैं। ऐसे में एएआरओ का मानना है कि अगर अधिक और बेहतर क्वालिटी वाला डेटा उपलब्ध होता है, तो इनमें से अधिकांश मामलों को सामान्य वस्तुओं या घटनाओं के रूप में पहचाना और हल किया जा सकता था।” रिपोर्ट में कहा गया है कि 1945 के बाद से, सरकार ने कई चांजों के लिए पैसे खर्च किए हैं। इसके तहत यह जानने का जिम्मा सौंपा गया था कि क्या यूएपी फ्लाइट सुरक्षा के लिए जोखिम हैं या दूसरे देशों ने अमेरिका से ज्यादा लंबी तकनीकी छलांग लगा ली