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हमास ने बंधक बनाकर रखे 100 इस्राइलियों को मौत की घाट उतारा, दो पत्रकारों की मौत

हमास ने बंधक बनाकर रखे 100 इस्राइलियों को मौत की घाट उतारा, दो पत्रकारों की मौत
सीएन, नईदिल्ली।
इस्राइल पर आतंकी संगठन हमास के हमले से दुनियाभर में हलचल मच गई है। इस्राइल की ओर से बताया गया है कि उसने बेरी किबुत्ज में 100 से ज्यादा शव निकाले हैं। बताया गया है कि यह वह जगह है, जहां से हमास के आतंकी इस्राइल में दाखिल हुए थे और यहीं पर इस्राइली नागरिकों को बंधक बनाया गया था। दो दिन से यहां पर सैनिकों और आतंकियों के बीच संघर्ष जारी था। इस्राइल की ओर से गाजा पट्टी पर बमबारी जारी है। इस बीच हमले में दो फलस्तीनी पत्रकारों की मौत हो गई। बताया गया है कि पत्रकार सई अल.तवील और फोटोग्राफर मोहम्मद सोबिह की इस घटना में जान चली गई। जहां पश्चिमी देशों ने हमास के हमले को लेकर इस्राइल का समर्थन किया है, तो वहीं पश्चिमी एशिया के इस्लामिक देश फलस्तीन के समर्थन में साथ खड़े हैं। इस बीच इस्राइल में इन दर्दनाक हमलों में अब तक करीब 900 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इस्राइल की ओर से गाजा पट्टी पर किए गए पलटवार में 690 की जान जाने की बात सामने आई है। इन हालात के बीच हमास ने धमकी दी है कि अगर गाजा पट्टी पर हमले नहीं रुकते हैं तो वह इस्राइली बंधकों की हत्या कर देगा। आतंकी संगठन हमास और इस्राइल के बीच संघर्ष जारी है। इन हमलों में अभी तक करीब 16 सौ से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस्राइल के खिलाफ हमास के आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हमास के इन हमलों पर बयान दिया है। उन्होंने इसे जिहाद और अल्लाह के मार्ग पर चलने वाले लड़ाकों की जीत करार दिया है। रईसी ने कहा कि यह यहूदी शासन के खिलाफ लोगों की लड़ने की क्षमता को दिखाता है। हमें फलस्तीनी नागरिकों को बधाई देनी चाहिए।

इसराइल में भारतीय मूल के 95,000 हज़ार यहूदी और 18,000 भारतीय नागरिक
फ़लस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ने शनिवार तड़के ग़ज़ा से इसराइल पर रॉकेटों से भीषण हमला किया। हमले में इसराइल का दक्षिणी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है जहां बड़े पैमाने पर भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं। कुछ स्थानीय रिपोर्टों में कुछ भारतीय मूल के लोगों के अपहरण और मौत की ख़बरें आ रही हैं। इसराइल में इमरजेंसी की हालत है और भारतीय समुदाय खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहा है। इन हालात में भी भारतीय समुदाय के लोगों में पैनिक यानी घबराहट की स्थिति नहीं है। दूतावास से लोग लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और हालात का जायजा ले रहे हैं। इसराइल में भारतीय मूल के तकरीबन 95,000 हज़ार यहूदी और 18,000 भारतीय नागरिक रहते हैं। इनमें ज़्यादातर लोग उन इलाकों में रहते हैं जहां मौजूदा समय में चल रही लड़ाई का गहरा असर पड़ा है।

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