अंतरराष्ट्रीय
रूस ने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए यूक्रेन में सीजफायर की घोषणा की
यूक्रेन में फंसे भारतीय और अन्य विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी हो सकेगी
सीएन, कीव। आक्रमण का सामना कर रहा यूक्रेन इस सप्ताहांत में रूस के साथ वार्ता पर विचार कर रहा है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रूस के हमले और जपोरिजिया में यूरोप के सबसे बड़े एटॉमिक पावर प्लांट पर कब्जा करने के बाद आपातकालीन बैठक बुलाई. युद्ध के 9 वें दिन रूस ने अपने पड़ोसी मुल्क के खिलाफ सैन्य अभियान को तेज करने का फैसला किया और यूक्रेन के शहरों ने तेज बमबारी का सामना किया. रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के मारियुपोल और वोल्नोवाखा शहरों से नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मॉस्को के समयानुसार सुबह 10 बजे से रूसी सेना युद्ध विराम लागू करेगी.नागरिकों के लिए मानवीय गलियारे खोलने के लिए रूस ने यूक्रेन में 06:00 यानी भारतीय समयानुसार 11:30 बजे से युद्धविराम की घोषणा की. इस दौरान यूक्रेन के वॉर जोन में फंसे भारतीय और अन्य विदेशी नागरिकों की सुरक्षित निकासी की जा सकेगी.रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ से फोन पर बातचीत की. उन्होंने जर्मन चांसलर को बताया कि यूक्रेन के दक्षिणपंथी कट्टरपंथियों की वजह से दूसरे देशों के नागरिकों को वहां से निकालने में समस्या हो रही है. जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन हेबेस्ट्रेइट ने कहा कि चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने रूसी नेतृत्व से शत्रुता समाप्त करने और संकटग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय पहुंच की अनुमति देने का आह्वान किया.रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया है कि उनकी बसें पूर्वी यूक्रेन के खारकीव और सूमी शहरों में फंसे भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए क्रॉसिंग पॉइंट पर तैयार हैं. ये छात्र और नागरिक पूर्वी यूरोपीय देश में जारी युद्ध के बीच फंसे हुए हैं. रूस के एम्बेसडर ने आरोप लगाया कि यूक्रेन ने 3700 से अधिक भारतीय नागरिकों को पूर्वी यूक्रेन के खारकीव और सूमी शहरों में बलपूर्वक रोक कर रखा है.