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खतरा : पृथ्वी की ओर आ रहे हैं ये 5 विनाशक एस्टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रह
खतरा ; पृथ्वी की ओर आ रहे हैं ये 5 विनाशक एस्टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रह
सीएन, नईदिल्ली। अगर कोई विशाल एस्टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रह धरती से टकराता है तो 75 अरब टन टीएनटी विस्फोटक के बराबर तबाही मचा सकता है। आशंका है कि इतने विस्फोट से धरती से जीवन भी मिट सकता है। नासा ने ऐसे विशाल आकार वाले कुछ एस्टेरॉयड के बारे में बताया है। एस्टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रह लगातार पृथ्वी के बगल से गुजरते रहते हैं। इनमें से कई एस्टेरॉयड की धरती से सीधी टक्कर भी होती है, पर शुक्र है कि इनका आकार काफी छोटा होता है। इससे ये एस्टेरॉयड कभी गंभीर खतरा नहीं बनते हैं और धरती के वातावरण में आकर जल जाते हैं। पर अगर आकार में बड़े एस्टेरॉयड धरती से टकराते हैं दो गंभीर खतरा बन जाते हैं। 6.6 करोड़ साल पहले ऐसा ही एक विशाल एस्टेरॉयड धरती से टकराया था, जिसने डायनासोर का अंत कर दिया था। नासा ने ऐसे विशाल आकार वाले 5 क्षुद्रग्रह के बारे में बताया है। यह एस्टेरॉयड वैज्ञानिकों की चिंता का सबसे बड़ा कारण है क्योंकि वर्तमान समय में इसके धरती से टकराने की आशंका सबसे ज्यादा है। हालांकि इसमें अभी 150 साल बाकी हैं। यह 24, सितंबर 2182 को पृथ्वी से टकरा सकता है। इसकी भी आशंका 2700 में से सिर्फ 1 है। इस एस्टेरॉयड का वजन 74 मिलियन टन है और यह 30 मील चौड़ा है। लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक अगर यह ज्यादा घनत्व वाले इलाके से टकराएगा तो लाखों लोग मर सकते हैं। यह टक्कर 1.4 अरब टन विस्फोटक के बराबर होगी। नासा से नमूने लेने के लिए यान भेजा था जो सितंबर 2023 में धरती पर वापस आ गया है। टकराने की आशंका के लिहाज से यह क्षुद्रग्रह दूसरे स्थान पर है लेकिन तबाही के लिहाज से यह सूची में नंबर एक पर है। इसका भार 78 मिलियन टन और चौड़ाई 81 मील है। यह 75 अरब टीएनटी के बराबर है। यह 16, मार्च 2880 तक धरती तक पहुंचेगा। संभावना के बारे में सबसे बड़ी चिंता यह है कि यह हमारे जीवनकाल में ही हो सकता है। 3 मार्च 2030 को इसके आने की आशंका है। ऐसा कहा जाता है कि 11.5 मिलियन में से 1 की आशंका है कि यह टकराएगा। 0.21 मील चौड़ा और 54 मिलियन टन के द्रव्यमान वाला है। 1979 एक खोया हुआ क्षुद्रग्रह है जिसे आखिरी बार 1979 में देखा गया था इसलिए इसके बारे में हमारी समझ थोड़ी सीमित है। ऐसा माना जाता है कि यह लगभग 0.41 मील चौड़ा है और इसका द्रव्यमान 390 मिलियन टन है। वैज्ञानिकों का मानना है कि 14 दिसंबर 2113 को पृथ्वी से टकराने की इसकी संभावना लगभग 1.8 मिलियन में 1 है। अगर यह टकराता है तो यह 30 बिलियन टन के बराबर होगा। खतरनाक एस्टेरॉयड की लिस्ट का मकसद है कि हम आने वाले खतरे के बारे में जागरूक हो सकें और उन्हें रोकने की दिशा में काम कर सकें। हालांकि वैज्ञानिक मानते हैं कि ऐसे किसी खतरे की आशंका बेहद कम है लेकिन नासा और अन्य स्पेस एजेंसियां कोई भी खतरा नहीं लेना चाहती हैं। इसलिए विशेषज्ञ लगातार अंतरिक्ष पर नजर बनाए रखते हैं ताकि ऊपर से आने वाले किसी भी खतरे से मुकाबला किया जा सके और समय रहते इन एस्टेरॉयड पर कृत्रिम टक्कर मारकर इनका रास्ता मोड़ा जा सके।