दुर्घटना
उत्तराखंड में 41 वर्कर्स को सुरंग में फंसाने वाली कम्पनी द्वारा बिहार में बनाया जा रहा एक और पुल गिरा
उत्तराखंड में 41 वर्कर्स को सुरंग में फसाने वाली कम्पनी द्वारा बिहार में बनाया जा रहा एक और पुल गिरा
सीएन, नई दिल्ली। बिहार में एक और निर्माणाधीन पुल का हिस्सा ढह गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का एक स्पैन रविवार को गिर गया। 1,603 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पुल का निर्माण नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड कर रही है। बख्तियारपुर और ताजपुर को जोड़ने वाले इस पुल का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था। हादसे में किसी की घायल होने की कोई सूचना नहीं। घटना के बाद पुल निर्माण कार्य को रोक दिया गया और मलबा हटाने का काम शुरू हुआ। नवयुग इंजीनियरिंग का विवादों से पुराना नाता रहा है। यह वही कंपनी है जिसके सुरंग प्रोजेक्ट में काम करते हुए उत्तराखंड में 41 वर्कर्स 17 दिन तक फंसे रहे थे। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड हैदराबाद के नवयुग ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी है। साल 1986 में सी विश्वेश्वर राव ने नवयुग ग्रुप की स्थापना की थी। इस ग्रुप का बिजनेस सड़क निर्माण, ब्रिज, मेट्रो रेल, मरीन वर्क, आईटी व आईटीईएस, पोर्ट, पॉवर प्रोजेक्ट्स और स्टील यूनिट्स तक फैला हैं। देश में सबसे लंबा रिवर ब्रिज बनाने की उपलब्धि नवयुग इंजीनियरिंग के नाम पर है। असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर बना यह ढोला.सादिया ब्रिज 9.15 किमी लंबा है। इसके साथ ही कंपनी ने कलेश्वरम.सुंडीला बैराज, नर्मदा.मालवा गंभीर, दिबांग.लोहित रिवर ब्रिज और पोलावरम डैम जैसे प्रोजेक्ट्स को बनाया है। उत्तरी और दक्षिणी बिहार को जोड़ने वाले बख्तियारपुर.ताजपुर गंगा पुल की लंबाई 5.55 किमी है। इस पर 125 मीटर लंबे कुल 45 स्पैन होंगे।