दुर्घटना
भूकंप के तेज झटकों से कांपा तुर्की, चंद सेकेंड में 200 से अधिक लोगों की मौत
भूकंप के तेज झटकों से कांपा तुर्की, चंद सेकेंड में 200 से अधिक लोगों की मौत
सीएन, ओस्मानिया। तुर्की में सोमवार को तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई। भूकंप के झटकों से भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। तुर्की के साथ-साथ सीरिया में भी भूकंप से भारी नुकसान हुआ है। तुर्की में करीब 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। तुर्की में स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 04 बजकर 17 मिनट पर भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास था। इसकी गहराई 17.9 किलोमीटर अंदर थी। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि बड़ी-बड़ी इमारतें भरभरा के ढह गई। तुर्की के ओस्मानिया में 34 इमारते तबाह हो गईं। वहीं सीरिया में तुर्की से लगे इलाकों में भी कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने ट्वीट कर बताया कि भूकंप से प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू अभियान जारी है। तुर्की में कम से कम 6 बार तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इरदुगान ने लोगों से अपील कर कहा कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें। 7.8 की तीव्रता से जहां भूकंप आया हो उस जगह पर तबाही का अंदाजा आप लगा सकते हैं कि उस जगह पर किस स्तर पर खौफनाक मंजर रहा होगा। सोशल मीडिया पर इस मंजर के वीडियो और फोटो लगातार वायरल हो रहे हैं।
क्यों आते हैं भूकंप
भूकम्प या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है। भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है। भूकंप का मापन भूकम्पमापी यंत्र से किया जाता है, जिसे सीस्मोग्राफ कहा जाता है। एक भूकंप का आघूर्ण परिमाण मापक्रम पारंपरिक रूप से नापा जाता है, या सम्बंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। 3 या उस से कम रिक्टर परिमाण की तीव्रता का भूकंप अक्सर अगोचर होता है, जबकि 7 रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है। पृथ्वी की सतह पर, भूकंप अपने आप को, भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट करता है। जब एक बड़ा भूकंप उपरिकेंद्र अपतटीय स्थिति में होता है, यह समुद्र के किनारे पर पर्याप्त मात्रा में विस्थापन का कारण बनता है, जो सूनामी का कारण है। भूकंप के झटके कभी-कभी भूस्खलन और ज्वालामुखी गतिविधियों को भी पैदा कर सकते हैं। सर्वाधिक सामान्य अर्थ में, किसी भी सीस्मिक घटना का वर्णन करने के लिए भूकंप शब्द का प्रयोग किया जाता है, एक प्राकृतिक घटना]) या मनुष्यों के कारण हुई कोई घटना -जो सीस्मिक तरंगों ) को उत्पन्न करती है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं, भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यतः गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं।
प्रारंभिक बिन्दु केन्द्र या हाईपो सेंटर क्या है
भूकंप के उत्पन्न होने का प्रारंभिक बिन्दु केन्द्र या हाईपो सेंटर कहलाता है। शब्द उपरिकेंद्र का अर्थ है, भूमि के स्तर पर ठीक इसके ऊपर का बिन्दु। सभी टेक्टोनिक प्लेट्स में आंतरिक दबाव क्षेत्र होते हैं जो अपनी पड़ोसी प्लेटों के साथ अंतर्क्रिया के कारण या तलछटी लदान या उतराई के कारण उत्पन्न होते हैं। ये तनाव उपस्थित दोष सतहों के किनारे विफलता का पर्याप्त कारण हो सकते हैं, अतः यह प्लेट भूकंप को जन्म देते हैं।