अंतरराष्ट्रीय
तुर्की-सीरिया में मरने वालों का आठ गुना ज्यादा हो सकता है आंकड़ा
भारत ने एनडीआरएफ टीम, श्वानों, चिकित्सकों, पैरा मेडिक की टीम व दवाओं के साथ रवाना की
सीएन, अंकारा। तुर्की, सीरिया, इस्राइल, और लेबनान में भूकंप के तेज झटकों का कहर बरप रहा है। तुर्की में 10 घंटे के अंदर भूकंप के तीन झटकों ने भारी तबाही मचा दी है। यही आलम सीरिया में भी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक तुर्की और सीरिया में चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 हजार से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बड़ा दावा कर दिया है।विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मौतों का ये आंकड़ा आठ गुना ज्यादा बढ़ सकता है। घायलों की संख्या में भी तेजी से इजाफा होगा। बता दें कि सोमवार को तुर्की में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे। वहीं, सीरिया, इस्राइल और लेबनान में भी भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा, ‘भूकंप के मामलों में अक्सर हमने देखा है कि शुरुआत में मृतकों और घायलों की जो संख्या आती है, समय के साथ-साथ उसमें तेजी से इजाफा होता है।’ स्वास्थ्य संगठन ने आगे भूकंप के चलते बेघर होने वाले लोगों के लिए भी चेतावनी दी। कहा कि ठंड से ऐसे लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ सकती है। तुर्की और सीरिया सहित चार देशों में सोमवार को भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। यहां बीते दिन तीन बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। सैकड़ों लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं और कई लापता हैं। मृतकों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। तुर्की में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। जानकारी के मुताबिक, तुर्की और सीरिया में कम से कम 4000 लोग मारे गए हैं और करीब 20,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। देश के उपराष्ट्रपति फिएट ओकटे का हवाला देते हुए बताया रिपोर्ट में बताया गया कि 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। वहीं, सीरिया में कम से कम 783 लोग मारे गए और 639 घायल हो गए। इस्राइल और लेबनान में भी कई मौतों की आशंका जताई जा रही है। भारत ने भूकंप की मार झेल रहे तुर्की को भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटों बाद ही भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्की को भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है। भारत की ओर से भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इसमें पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी। इससे पहले भारत सरकार ने सोमवार को भूकंप प्रभावित तुर्की को तत्काल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तलाशी और बचाव टीम, चिकित्सा टीम और राहत सामग्री भेजने का फैसला किया था। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभावित देश को हरसंभव मदद देने के निर्देश के बाद उठाया गया था। जानकारी के मुताबिक, 100 सदस्यों की दो एनडीआरएफ टीम प्रशिक्षित श्वानों और आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप प्रभावित इलाके में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। इसके साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना की गई है।