क्राइम
अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य का होगा पॉलीग्राफ टेस्ट
अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य का होगा पॉलीग्राफ टेस्ट
सीएन, देहरादून। उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का पॉलीग्राफ टेस्ट एक से तीन फरवरी के बीच हो सकता है। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आरोपी का नार्को टेस्ट भी किया जाना है। नार्को टेस्ट के लिए पुलिस पहले ही सवालों की सूची तैयार कर चुकी है। पुलिस पुलकित से वीआईपी के बारे में जानकारी उगलवाना चाहती है। इसके लिए पिछले दिनों न्यायालय में पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए अर्जी दी गई थी। जिस पर तीन आरोपियों में से केवल एक आरोपी पुलकित आर्य ने ही अपनी शर्तों पर टेस्ट के लिए हामी भरी थी। इसके लिए पुलिस की ओर से केंद्रीय फोरेंसिक लैब से समय मांगा गया था। एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि केंद्रीय फोरेंसिक लैब ने एक से तीन फरवरी के बीच का समय दिया है। जानकारी के अनुसार, 1 से 3 फरवरी तक तीन दिनों में जब भी विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे, तभी टेस्ट किया जाएगा। पहले पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाएगा। इसके बाद नार्को टेस्ट के लिए भी लैब से अनुमति और समय मांगा जाएगा। पुलकित से पूछने के लिए सवालों को तैयार कर लिया गया है। पुलकित से वीआईपी के बारे में जानकारी के साथ ही मुख्य आरोपी के मोबाइल के बारे में भी जानकारी मांगी जानी है। इसके अलावा उसने अंकिता का मोबाइल कहां फेंका, घटना की रात को उसने कहां और किससे बात की आदि बातों को पूछा जाना है। अंकिता की माता ने पुलकित आर्य ने सरकार के रवैये को असंवेदनशील बताया है। उनका कहना है कि नार्को टेस्ट के समय उनका प्रतिनिधि भी वहां पर मौजूद रहना चाहिए, नहीं तो उनके लिए इस टेस्ट की रिपोर्ट पर विश्वास करना मुश्किल है। उनका कहना है कि सीएम ने आश्वासन दिया था कि इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाएंगे और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएंगे। घर से एक व्यक्ति को नौकरी देने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन सरकार ने अब तक कोई भी वादा पूरा नहीं किया। नार्को टेस्ट में भी देरी हो रही है। उन्होंने रोष जताया है कि हमसे पूछे बिना ही सरकार ने विशेष लोक अभियोजक अधिवक्ता जितेंद्र सिंह रावत को उनके केस की पैरवी के लिए नियुक्ति दे दी। सरकार ने उनकी सहमति लेने की भी जरूरत नहीं समझी। कहा कि सरकार अपने आप ही सब कुछ कर रही है और हमें कुछ भी नहीं बताया जा रहा