क्राइम
जेल की सलाखों के पीछे बंद भिड़े बंदी, अलग-अलग जेलों में शिफ्ट
जेल की सलाखों के पीछे बंद भिड़े बंदी, अलग-अलग जेलों में शिफ्ट
सीएन, हल्द्वानी। जेल की सलाखों के पीछे बंद दो बंदियों में कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया। मामला आईजी जेल के पास तक पहुंचा तो दोनों को हल्द्वानी उप कारागार से अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है। हत्या, लूट, डकैती समेत करीब 80 मामलों के आरोपी कवि बिष्ट और एनडीपीएस व हत्या के आरोपी जुगराज सिंह जग्गा काफी समय से हल्द्वानी उप कारागार में बंद थे। दोनों के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि कुछ दिनों से दोनों में कहासुनी की बात जेल की चर्चा बनी हुई थी। दो दिन पहले उनमें झगड़ा भी हुआ था। मामला आईजी (जेल) तक पहुंचा तो वहां से निर्देश मिलने पर कवि बिष्ट को नैनीताल जबकि जग्गा को सितारगंज की जेल में शिफ्ट किया गया है। हल्द्वानी उप कारागार में बंद कवि बिष्ट वही बंदी है जिसने कुछ समय पहले हल्द्वानी जेल के प्रधान बंदीरक्षक को लारेंस विश्नोई का नाम लेकर धमकी दी थी। मामले में प्रधान बंदीरक्षक की ओर से कवि बिष्ट के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा का कहना है कि जेल के अंदर किसी भी तरह की अराजकता की कोई जगह नहीं है। दोनों बंदियों के बीच अहंकार के चलते विवाद की बात सामने आई थी। इसके बाद दोनों को अलग-अलग जेल में शिफ्ट करा दिया गया है।