क्राइम
दोस्त के घर पर रुके थे डीजी लोहिया, मरहम लगाने के बहाने कमरे में घुसा नौकर और कर दिया हमला
दोस्त के घर पर रुके थे डीजी लोहिया, मरहम लगाने के बहाने कमरे में घुसा नौकर और कर दिया हमला
सीएन, जम्मू। कश्मीर के डीजी (कारागार) हेमंत कुमार लोहिया की जम्मू के उदयवाला में सोमवार देर रात हत्या कर दी गई। घटना के बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि प्रारंभिक जांच में ‘आतंकी’ एंगल के संकेत नहीं है और घर का नौकर ही मुख्य आरोपी है।जम्मू कश्मीर में डीजी की हत्या की घटना तब सामने आई है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह केंद्र शासित प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा कि “शुरुआती जांच में पता चला है कि रामबन का रहने वाला युवक यासिर अहमद ही वारदात का मुख्य आरोपी है।” बयान में आगे कहा गया कि “घटना स्थल से इकठ्ठा किए गए कुछ सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध आरोपी को इस अपराध को अंजाम देने के बाद भागते हुए भी देखा गया है।”इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह उस में मकान पहुंचे, जहां डीजी एचके लोहिया का शव संदिग्ध अवस्था में बरामद किया गया था। डीजी लोहिया की हत्या पर जम्मू-कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि “लोहिया कुछ समय से अपने दोस्त के घर पर रह रहे थे। रात में खाने के बाद वे अपने कमरे में चले गए थे। दिलबाग सिंह ने बताया कि उनके पैर में चोट लगी हुई थी, तभी आरोपी युवक उन्हें मरहम लगाने के बहाने से कमरे में पहुंचा था। युवक ने कमरे में पहुंचते ही अंदर से कुंडी लगाई और उनपर हमला बोल दिया। फिर आरोपी युवक ने लोहिया का दम घोंटने के लिए कपड़े में आग भी लगाई थी। जब घटना के बारे में बाहर के लोगों को आभास हुआ तो उन्होंने दरवाजा तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की, लेकिन तब तक घटना हो चुकी थी। इस मामले में मुख्य आरोपी यासिर अहमद के बारे में बताते हुए ने कहा कि हमें जानकारी मिली है आरोपी युवक मानसिक रूप से बीमार होने के साथ अवसाद में भी था। इसके अलावा, वह गुस्सैल होने के साथ-साथ व्यवहारिक रूप से आक्रामक था। पुलिस ने बताया कि यासिर करीब छह महीने से यहां काम कर रहा था। जम्मू एडीजीपी मुकेश सिंह जानकारी देते हुए बताया कि वारदात में नौकर ही मुख्य संदिग्ध है और वह फरार है। हमने हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद कर लिया है। इसके अलावा, आरोपी की एक डायरी भी मिली है, जिससे मालूम होता है कि वह मानसिक तौर पर सही नहीं था। फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है।