क्राइम
पूर्व डीजीपी राजेश दास गिरफ्तारी के भय से फरार, बार-बार बदल रहा स्थान
सीएन, विल्लुपुरम । पुलिस की अपराध शाखा-सीआईडी ने राज्य के लापता पूर्व डीजीपी राजेश दास का पता लगाने के लिए विशेष टीम का गठन किया है। दास को विल्लुपुरम जिला न्यायालय ने एक महिला पुलिस अधिकारी के यौन उत्पीड़न से संबंधित मामले में दोषी ठहराया था और तीन साल की सजा सुनाई थी। जिला न्यायालय ने पुलिस को एक विशेष टीम गठित कर राजेश दास को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। पूर्व डीजीपी पिछले एक महीने से गिरफ्तारी से बच रहे हैं और पहले दिए गए पते पर वह उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। को उन्हें पुलिस अधीक्षक रैंक की एक महिला पुलिस अधिकारी के उत्पीड़न से संबंधित मामले में विल्लुपुरम के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई थी। दास ने विल्लुपुरम जिला न्यायालय और उसके बाद मद्रास उच्च न्यायालय का रुख किया था और कहा था कि उन्हें निष्पक्ष सुनवाई की उम्मीद नहीं है। मद्रास उच्च न्यायालय ने इस साल 9 जनवरी को उनकी अपील खारिज कर दी। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, लेकिन उसने भी दास द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका खारिज कर दी।