क्राइम
गोशाला में साजिश : गुड़ में सल्फास देकर उतारा था 45 गायों को मौत के घाट
गोशाला में साजिश : गुड़ में सल्फास देकर उतारा था 45 गायों को मौत के घाट
सीएन, करनाल। नगर निगम की फूसगढ़ गोशाला में 45 गायों की मौत में बड़ा राज खुला है। गायों को सुनियोजित ढंग से गुड़ में सल्फास मिलाकर मौत के घाट उतारा गया था और पूरी वारदात में मृत गायों की खाल व हड्डियां बेचने वाले ठेकेदार की मिलीभगत पाई गई है। वारदात को अंजाम देने की योजना बनाने वाला मास्टरमाइंड अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जांच के 17 वें दिन देर शाम एसपी गंगाराम पूनिया ने स्पष्ट किया कि गोशाला में इस घटनाक्रम को अंजाम देने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीआइए-टू के एसएचओ मोहनलाल ने बताया कि जांच के दौरान मृत गायों की खाल व हड्डी बेचने वालों पर भी शक की सुई थी। पूरी घटना को शाहाबाद मारकंडा गोशाला में गोवंशियों की मौत के साथ जोड़ कर भी जांच की गई जिसमें आरोपित विशाल की संलिप्तता थी। जानकारी मिली कि आरोपित विशाल ने खुद ठेका लेने के बजाए अमित को ठेका दिला दिया। अमित ने अपने भाई व साले के साथ पार्टनरशिप में काम शुरू किया। पुलिस के अनुसार खर्च अधिक होने के कारण रुपयों के लालच में आरोपितों ने वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई। पुलिस अब खाल-हड्डी ठेके के प्रधान अमित को पूछताछ में शामिल करेगी। 27 जनवरी की सुबह फूसगढ़ स्थित नगर निगम की गोशाला में संदिग्ध परिस्थितियों में 45 गायों की मौत हो गई थी। थाना सेक्टर-32-33 में मामला दर्ज किया गया। सीआइए-टू इंचार्ज निरीक्षक मोहनलाल की टीम ने मामले में चार आरोपितों में विशाल डेहा बस्ती शाहबाद, रजत गली नंबर-चार मंगल कालोनी करनाल, सूरज झुग्गी बस्ती व सोनू डेहा बस्ती अम्बाला कैंट को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार 26 जनवरी को बसंत पंचमी के दिन चारों आरोपितों ने एक अन्य साथी आरोपित अमर डेहा बस्ती शाहबाद के साथ मिलकर गायों को मारने की योजना बनाई। आरोपितों ने देर रात गुड़ में सल्फास मिलाकर गायों को दी। सीआइए इंचार्ज मोहन लाल ने बताया कि आरोपित अमर अभी फरार है, जिसे बहुत जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपितों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। ताकि जाना जा सके कि उन्होंने इससे पहले कितने गोवंशों के साथ कहां-कहां ऐसा अपराध किया है।