क्राइम
लारेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने पर 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का इनाम
लारेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने पर 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का इनाम
सीएन, अहमदाबाद। क्षत्रिय करणी सेना ने हाल ही में घोषणा की है कि जो भी पुलिसकर्मी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करेगा उसे 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का इनाम दिया जाएगा। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई पर गोगामेड़ी की हत्या का आरोप लगाते हुए यह ऐलान किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में गुजरात निवासी शेखावत यह घोषणा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा अमर शहीद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या लॉरेंस बिश्नोई द्वारा कराई गई थी। जो भी पुलिसकर्मी लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करेगा उसे करणी सेना की ओर से 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का पुरस्कार मिलेगा। हमें भयमुक्त भारत की आवश्यकता है, न कि भयभीत समाज की। क्षत्रिय करणी सेना के नेता डॉ. राज शेखावत ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए केंद्र सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर किया जाए। पिछले साल करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी। 5 दिसंबर 2023 को जयपुर में कुछ हमलावर गोगामेड़ी से मिलने के बहाने उनके घर पहुंचे और बातचीत के दौरान उन पर गोलीबारी कर दी जिससे उनकी मौत हो गई। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी। गैंग के प्रमुख सदस्य गोल्डी बराड़ ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि गोगामेड़ी उनके काम में हस्तक्षेप कर रहे थे। उन्हें 2.3 बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन बात न मानने पर उन्हें मरवाना पड़ा। इस हत्या को अंजाम देने वाले शूटर्स रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब क्षत्रिय करणी सेना ने लॉरेंस बिश्नोई के एनकाउंटर की मांग तेज कर दी है, जो फिलहाल गुजरात की जेल में बंद है।
लॉरेंस बिश्नोई: स्टूडेंट लीडर से गैंगस्टर बनने की कहानी
पंजाब के एक संपन्न किसान परिवार में जन्मा लॉरेंस बिश्नोई 2010 में पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ आया था। कॉलेज में उसकी जिंदगी ऐसी पलटी कि अब वह रियल लाइफ में क्राइम वर्ल्ड का एनिमल बन चुका है। 32 साल का लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के धत्तरांवाली गांव का रहने वाला है। उसने 12वीं कक्षा तक अबोहर में पढ़ाई की। इसके बाद कॉलेज के लिए 2010 में चंडीगढ़ चला गया। वह सेक्टर 10 के डीएवी कॉलेज में पढ़ता था। 2011.2 के बीच वह पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र संगठन का अध्यक्ष था। लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ पहली एफआईआर हत्या के प्रयास की थी। उसके बाद एक और एफआईआर हुई अप्रैल 2010 में अतिक्रमण की। फरवरी 2011 में बिश्नोई के खिलाफ मारपीट और सेल फोन लूटने का मामला दर्ज किया गया था। तीनों मामले छात्र राजनीति से जुड़े हैं। स्टूडेंट पॉलिटिक्स के रास्ते उसने अपराध की दुनिया में दाखिला लिया। चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ शहर में सात एफआईआर दर्ज की गई थीं। चार एफआईआर में उन्हें बरी कर दिया गया और तीन में अदालत में मुकदमा लंबित है। बिश्नोई से दो बार पूछताछ करने वाले एक पुलिसकर्मी ने द इंडियन एक्सप्रेस को 2022 में बताया था उसे अपने सीनियर्स की संगति में रहना पसंद था। वह हमेशा कुछ बड़ा करने और धूम मचाने को तैयार रहता था। 2015 में लॉरेंस बिश्नोई मोहाली के पास पुलिस हिरासत से भागने में कामयाब रहा लेकिन उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया। लॉरेंस बिश्नोई ने बीए फर्स्ट ईयर भी पास नहीं किया। 2010 में उसे परीक्षा के दौरान चिट से नकल करते हुए पकड़ा गया था। जैसे ही उसे एग्जाम सुप्रिटेंडेंट को सौंपा जाने वाला था वह अपनी आंसर शीट के साथ पहली मंजिल की खिड़की से बाहर कूद गया। क्राइम वर्ल्ड में दाखिला लेने के बाद उसने फिर एग्जाम देने की सोची। इस बार उसे हथकड़ी लगाकर एग्जाम सेंटर में लाया गया। लॉरेंस ने दो बार बीए पार्ट-1 पास करने की कोशिश की मगर नाकाम रहा। लॉरेंस बिश्नोई ने कॉलेज के दिनों में खिलाड़ियों और पुलिस वालों के बच्चों को साथ लेकर गैंग बनाया था। एक दौर में वह छात्र संगठन स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी का पोस्टर बॉय था। जरायम की दुनिया में उसकी एंट्री कराई फाजिल्का के गैंगस्टर से नेता बने जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी ने। लॉरेंस अपने साथियों के साथ छात्र राजनीति की आड़ में राजस्थान खासकर श्रीगंगानगर, भरतपुर में रहना पसंद करता था। रॉकी की मई 2016 में हिमाचल प्रदेश के परवाणू के पास हत्या कर दी गई थी। कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। बाद में भुल्लर को जून 2020 में कलकत्ता में गोली मार दी गई। नैशनल लेवल पर लॉरेंस बिश्नोई का नाम उछला 2018 में जब उसके करीबी सहयोगी संपत नेहरा को पकड़ा गया। जून 2018 में बेंगलुरु से गिरफ्तार नेहरा ने खुलासा किया था कि लॉरेंस ने उसे काले हिरण शिकार मामले में बॉलीवुड स्टार सलमान खान को ठिकाने लगाने का काम सौंपा था। लॉरेंस बिश्नोई समुदाय से हैं। बिश्नोई पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों में बसे हैं। बिश्नोई समुदाय काले हिरण को पवित्र मानता है। लॉरेंस बिश्नोई पर हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली आदि के दो दर्जन से ज्यादा मामले चल रहे हैं। लॉरेंस बिश्नोई के क्राइम सिंडिकेट पर मई 2022 में पंजाबी कलाकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। गैंगस्टर गोल्डी बरार ने शूटिंग की जिम्मेदारी ली है, मगर बिश्नोई की सक्रिय भागीदारी का शक बना हुआ है।