क्राइम
ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास का इलाज के दौरान निधन
सीएन, भुवनेश्वर। स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास के निधन पर ओडिशा में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. राज्य सरकार ने इसकी घोषणा की. उसने कहा कि नब किशोर दास को राजकीय सम्मान दिया जाएगा. निधन और अंतिम संस्कार के दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. पूरे राज्य में 31 जनवरी तक 3 दिनों तक कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा.
राज्य सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया, ‘ओडिशा सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि सम्मान के रूप में, दिवंगत गणमान्य व्यक्ति को राजकीय सम्मान दिया जाएगा. राज्य की राजधानी में मृत्यु के दिन और अंत्येष्टि के दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.’ बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री को कल दोपहर करीब एक बजे झारसुगुड़ा के ब्रजराजनगर शहर में एएसआई गोपाल दास ने गोली मार दी थी.
स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में तोड़ा दम
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री को झारसुगुड़ा से राजधानी भुवनेश्वर लाया गया. यहां उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया. डॉक्टरों की एक टीम ने उनका ऑपरेशन किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. एएसआई के बारे में कहा जा रहा है कि वह बाइपोलर डिसऑर्डर (मनोविकार से पीड़ित) का मरीज रहा है.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सीएम पटनायक समेत कई नेताओं ने जताया शोक
नब किशोर दास के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री नवीन पटनाक समेत कई नेताओं ने शोक जताया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास की मृत्यु से व्यथित हूं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘हिंसा के इस कायरतापूर्ण कृत्य में ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास जी की मृत्यु होने से स्तब्ध और व्यथित हूं. उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं.’
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘ओडिशा सरकार में मंत्री श्री नब किशोर दास जी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से दुखी हूं. इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदना. ओम शांति.’ वहीं, दास के करीबी माने जाने वाले सीएम पटनायक ने कहा कि वह इस घटना से स्तब्ध और व्यथित हैं. पटनायक ने कहा, ‘डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से वह ठीक नहीं हो सके. उन्होंने लोगों के लाभ के लिए स्वास्थ्य विभाग में कई सफल पहल की हैं.’
पश्चिमी ओडिशा के एक लोकप्रिय नेता थे नब दास
बता दें कि नब दास आदिवासी बहुल पश्चिमी ओडिशा के एक लोकप्रिय नेता थे. वह एक समय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रतिद्वंद्वी थे लेकिन बाद में उनके विश्वासपात्र बन गए. नब किशोर दास कांग्रेस के उन मुट्ठी भर नेताओं में से एक थे, जो राज्य में पार्टी के लगातार पतन के बावजूद चुनाव जीत सकते थे और वह अपने संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते थे.