क्राइम
बाबा बने जीजा को मारने आये साले ने दूसरे बाबा को मार डाला
सीएन, पानीपत। हरियाणा के पानीपत जिले के गांव शेरा के पास बाबा शुक्रनाथ समाधि पर बनी कुटिया में सुबह करीब 5:30 बजे एक सन्यासी बाबा की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. दरअसल घर परिवार छोड़कर बाबा बने जीजा को मारने के लिए उसका साला आया था, मगर अंधेरे के चलते वह किसी दूसरे बाबा को मौत के घाट उतार कर फरार हो गया. मिली जानकारी के अनुसार दूसरे बाबा पर हमला होते देख आरोपी का जीजा रामपाल गिरी मौके से भाग निकला, जिससे उसका बचाव हो गया. वारदात की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पानीपत सिविल अस्पताल पहुंचाया. शेरे गांव के लोगों के बयानों और शिकायत के आधार पर मतलौडा थाना पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है.
जानकारी देते हुए मुकेश नाथ ने बताया कि आरोपियों का जीजा बाबा रामपाल गिरी पानीपत के गांव खंडरा में शादीशुदा है. उसके तीन बच्चे भी हैं. पारिवारिक क्लेश के चलते उसने परिवार त्याग दिया और बाबा बन गया. इसी बात को लेकर उसके ससुराल पक्ष के लोग उससे नाराज थे. इसकी रंजिश रखते हुए उसका साला महेंद्र निवासी खंडरा आज सुबह कुटिया पर आया और उसने झगड़ा किया और उनके ताऊ गुरु को मौत के घाट उतार दिया. बता दे कि आरोपी 5 मिनट पहले भी बाबा बने अपने जीजा रामपाल गिरी को मारने आए थे. तब झगड़े का बीच-बचाव वहां से गुजर रहे एक मच्छी पालक ने किया, जिसके बाद आरोपी महेंद्र वहां से चला गया था और आरोपी का जीजा बाबा रामपाल गिरी भी वापस अंदर जाकर कुटिया में लेट गया था. इसके करीब 5 ही मिनट बाद आरोपी महेंद्र दोबारा आया और उसने कुटिया के भीतर सो रहे 65 वर्षीय सन्यासी बाबा सेवानाथ पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडों से हमला कर दिया. सेवनाथ पर हमला होते हुए देख रामपाल गिरी स्थिति को भांप गया और वहां से भाग निकला, जिससे उसकी जान बच गई.