क्राइम
पुलिस ने अदालत को बताया, हत्या के सबूतों का बैग तो बंदर ले गया
कोर्ट से अपील-मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए कि कौन से बंदर सबूतों को लेकर गए
सीएन, जयपुर। अदालत में जब पुलिस ने बताया कि हत्या के मामले में जुटाये गये सूबूत का बैग बंदर ले गया तो वहाँ मौजूद हर कोई सन्न रह गया। दरअसल राजस्थान की राजधानी जयपुर जिले की एडीजे कोर्ट-1 में एक हत्या के मामले की सुनवाई के दौरान यह रोचक घटना हुई। 2016 में सीकर के अजीतगढ़ निवासी शशिकांत शर्मा की हत्या हुई थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी किया और सबूत जुटाए। कोर्ट में सबूत पेश करने का समय आया तो पुलिस ने कोर्ट में जो तर्क दिया वो सुनकर हर किसी ने माथा पकड़ लिया। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि मर्डर के सबूत बंदरों ने चुरा लिए। हत्या के इस मामले में सबूतों में वह चाकू भी शामिल था जिससे हत्या को अंजाम दिया गया था। चंदवाजी थाना इलाके में सितंबर 2016 में शशिकांत की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों से चाकू जब्त किया था जिसके बाद ट्रायल के दौरान पुलिस ने कोर्ट को बताया कि चाकू सहित 15 आर्टिकल को बंदर ले गए। कोर्ट के रिपोर्ट मांगने पर जयपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक ने रिपोर्ट लोक अभियोजक रामलाल भामूं को सौंप दी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू व अन्य साक्ष्यों को बंदर के ले जाने में तत्कालीन मालखाना इंचार्ज हनुमान सहाय यादव की लापरवाही सामने आई है लेकिन रिटायर होने के बाद अप्रैल 2021 में उनकी भी मौत हो चुकी है। लोक अभियोजक ने कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए कि कौन से बंदर सबूतों को लेकर गए हैं।