क्राइम
गाड़ी से लड़की की स्कूटी को टक्कर मारी और कई किलोमीटर तक घसीटा
गाड़ी से लड़की की स्कूटी को टक्कर मारी और कई किलोमीटर तक घसीटा
सीएन, नईदिल्ली। जिस वक्त देश नए साल के जश्न में डूबा हुआ था… हर तरफ बधाइयों का शोर था, ठीक उसी वक्त राजधानी दिल्ली की सड़क पर एक बेटी बेसुध पड़ी थी. बिना कपड़ों के… बेजान शरीर के साथ. सुनकर सन्न रह जाएंगे कि ये घटना उस वक्त हुई जब पूरी दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सड़कों पर थे. आरोप है कि कार सवार 5 युवकों ने एक युवती को टक्कर मारी, फिर सड़क पर 4 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. मामला सुल्तानपुरी-कंझावला इलाके का है. पुलिस ने कार सवार पांचों आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया है और इसे गंभीर सड़क हादसा बताया है. वहीं परिवार ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने इस पूरी घटना की तुलना दिल्ली के निर्भया केस से की है. इसके साथ ही घटना के चश्मदीद ने भी पुलिस पर देरी से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. दरअसल, 1 जनवरी की तड़के करीब 3.24 बजे दिल्ली पुलिस के थाना कंझावला (जिला रोहिणी) में कॉल मिली. एक राहगीर ने कार के पीछे लाश लटकी होने की जानकारी दी. राहगीर ने कहा- हेलो सर! एक ग्रे कलर की बलेनो गाड़ी जो कुतुबगढ़ की तरफ जा रही है, उसमें एक डेड बॉडी बांध रखी है, जो नीचे लटकी हुई है. पुलिस के मुताबिक कॉल के आधार पर तत्काल आसपास के इलाकों में तैनात टीम को अलर्ट किया और कार की तलाश में जुट गई. दिल्ली के उपराज्यपाल की घटना पर प्रतिक्रिया सामने आई. जिसमें उन्होंने कहा कि अमानवीय अपराध से मेरा सिर शर्म से झुक गया है और मैं अपराधियों की राक्षसी संवेदनहीनता से स्तब्ध हूं. दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ मामले की निगरानी कर रहे हैं और आरोपियों को पकड़ लिया गया है. सभी पहलुओं पर गहनता से गौर किया जा रहा है. पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता/मदद सुनिश्चित की जाएगी. पुलिस के मुताबिक लगभग 4:11 बजे एक और कॉल आई, जिसमें बताया गया कि थाना कंझावला में सड़क पर एक युवती का शव पड़ा है. पुलिस मौके पर पहुंची और शव देखा तो दंग रह गई. बॉडी के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो चुके थे. इलाके से कुछ ही दूरी पर पुलिस को एक स्कूटी भी पड़ी मिली, जो दुर्घटनाग्रस्त थी. स्कूटी के नंबर के आधार पर युवती के बारे में पता चल सका. बाद में जांच की गई और कार को भी बरामद कर लिया. देर शाम आरोपी पांचों युवकों को गिरफ्तार कर लिया. सभी का मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों का एल्कोहल टेस्ट करवाया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. पुलिस के मुताबिक युवती एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करती थी. युवती का परिवार अमन विहार का रहने वाला है. उसकी मां ने बताया कि बेटी घर में अकेली कमाने वाली थी. पिता का 8 साल पहले निधन हो गया था. घर में दो और बहनें हैं. दो छोटे भाई भी हैं. एक बड़ी बहन की शादी हो गई है. 31 दिसंबर की शाम करीब 6 बजे उनकी बेटी घर से यह कहकर निकली थी कि उसे पार्टी (ईवेंट कंपनी) का कोई काम है. रात 9 बजे बेटी ने घर फोन किया और कहा कि रात का काम है, इसलिए अब सुबह तक ही आ पाएगी. अभी काम खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने रात 10 बजे फोन किया, लेकिन बंद जा रहा था, जिसकी वजह से संपर्क नहीं हो पाया. सुबह साढ़े सात बजे दिल्ली पुलिस ने फोन करके दुर्घटना के बारे में बताया. पुलिस ने पहले उनसे बेटी के बारे में पूछा तो उन्होंने काम पर जाने की जानकारी दी. पुलिस ने एक्सीडेंट होने की सूचना दी और थाने बुलाया. घर में कोई वाहन नहीं होने पर पुलिस ने गाड़ी भेजी थी. मामले की जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के आउटर जिले के डीसीपी ने बताया कि मामला कंझावला थाना क्षेत्र का है. वहां से कॉल की गई थी, जिसमें बताया गया कि एक कार से कोई आदमी लटका हुआ जा रहा है. उसमें वहां कि पुलिस से वेरिफाई किया तो कार का नंबर मिल गया. कार को ट्रैक किया गया तो उसके मालिक से पता चला कि सुल्तानपुरी के एरिया में हमारी कार का भयंकर एक्सीडेंट हुआ. जिसमें पीड़िता जो 20 साल की महिला है, कार के साथ ही घसीट गई थी और बाद में जब कार सवारों को ऐहसास हुआ तो महिला की मौत हो चुकी थी. ये कोई मर्डर या रेप का मामला नहीं है. गंभीर एक्सिडेंट का मामला है. 5 लड़कों को गिरफ्तार किया है. मृतक युवती के मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं. डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है. हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है. स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी. इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना सड़क पर हुई है और पुलिस को पता नहीं चल पाया. पुलिस आसपास कहीं नहीं थी. एक पीसीआर से कुछ नहीं होता है. लड़कियां कहीं से सुरक्षित नहीं हैं. परिवार को मौके पर तक नहीं लेकर गए. इस हादसे का एक चश्मदीद सामने आया है. दीपक नाम के युवक ने दावा किया है कि उसने ही पुलिस को कार के पीछे शव लटके होने की सूचना दी. हादसे के बाद वो सुबह 5 बजे तक पुलिस के संपर्क में रहा, कोई मौके पर नहीं आया. दीपक ने कहा कि उसने बेगमपुर तक बलेनो कार का पीछा किया. आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस ने रिस्पॉन्स नहीं दिया और केस के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. दीपक का दावा है कि शव के उलझने तक कार इधर-उधर दौड़ती रही. शव गिरने के बाद आरोपी मौके से भाग गए. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि वे होश में हैं. दीपक का कहना था कि वो लगभग 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उन्होंने एक कार को आते देखा. पीछे के पहियों से जोर की आवाज आ रही थी. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवाल ने मामले को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, “दिल्ली के कंझावला में एक लड़की की नग्न अवस्था में लाश मिली, बताया जा रहा है कि कुछ लड़कों ने नशे की हालत में गाड़ी से उसकी स्कूटी को टक्कर मारी और उसे कई किलोमीटर तक घसीटा. ये मामला बेहद भयानक है, मैं दिल्ली पुलिस को हाज़िरी समन जारी कर रही हूँ. पूरा सच सामने आना चाहिए