क्राइम
हल्द्वानी के युवा कारोबारी को उसकी परिचित व करीबी युवती ने सपेरे से कोबरा सांप से कटवाकर करवा दी हत्या
सीएन, हल्द्वानी। उत्तराखंड में पहली बार दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। हल्द्वानी के युवा कारोबारी को उसकी परिचित व करीबी युवती ने सपेरे से कोबरा सांप से कटवाकर हत्या करवा दी। युवती ने कारोबारी को सबसे पहले कमरे में बुलाकर नशीला पदार्थ पिलाया। बेहोश होने पर सपेरे से दोनों पैरों में बाइट करवाई गई। वारदात को अंजाम देने में नौकर, नौकरानी व एक अन्य युवक ने भी सहयोग किया। पुलिस ने युवती व एक युवक पर हत्या का केस दर्ज सपेरे को पकड़ लिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी समेत चार हत्यारों के नेपाल भागने की आशंका है। एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि रामबाग काॅलोनी निवासी कारोबारी अंकित चौहान का गोरापड़ाव निवासी माही नाम की युवती से नजदीकी संबंध थे। अंकित उसके घर में अक्सर आता-जाता था। यह बात युवती को खलने लगी थी। उसने अंकित को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाना शुरू कर दिया। इसके लिए उसने अपने परिचित भोजीपुरा निवासी सपेरे रमेश नाथ से संपर्क किया। 14 जुलाई को उसने प्लानिंग के तहत रमेश नाथ को कोबरा सांप लेकर हल्द्वानी बुलाया। दोपहर 11 बजे रमेश टेंपो से सांप लेकर उसके घर पहुंच गया। इसके बाद माही का नौकर रामअवतार व उसकी पत्नी देर शाम युवती के घर पहुंचे। हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल स्कूटी से पहुंचा। सभी ने बैठकर कारोबारी को मौत के घाट उतारने को लेकर घेराबंदी शुरू कर दी। शाम छह बजे माही ने कारोबारी अंकित को फोन कर घर आने को कहा। इस बीच सपेरा रमेश नाथ, दीप कांडपाल, नौकर रामअवतार व नौकरानी मंदिर वाले कमरे में छिप गए। अंकित अपनी कार से माही के घर पहुंचा। माही रसोई में गई और पानी में नशीला पदार्थ लाकर पिला दिया। इसके बाद कारोबारी बेहोश हो गया। तभी सपेरा समेत सभी कमरे से बाहर निकले। चारों में किसी ने हाथ पकड़ा, किसी ने पैर, कोई कमर पर चढ़ गया। सपेरे ने सांप को पकड़कर दोनों पैरों में एक ही जगह पर कटवा दिया। बेहोशी की हालत में कारोबारी को उसकी कार में डाला और खाई में फेंकने के लिए भुजियाघाट की तरफ गए। यहां लोगों की आवाजाही होने पर सभी वापस तीन पानी के पास सुनसान स्थान पर पहुंचे और सड़क किनारे कार को खड़ा कर पिछली सीट पर अंकित को डाल दिया। एसी व कार ऑन कर रात को ही सभी फरार हो गए। पुलिस ने भोजीपुरा में सपेरे को घर में दबिश देकर पकड़ लिया है। जबकि युवती समेत नौकर, नौकरानी व एक युवक फरार हैं। 14 जुलाई को अंकित अपनी कार से निकले, लेकिन वापस घर नहीं पहुंचे। उनके भाई अभिमन्यु ने कई बार फोन किया लेकिन रिसीव नहीं हुआ था। 15 जुलाई की सुबह तीनपानी रेलवे फाटक के पास कार में अंकित की लाश मिली थी। कारोबारी अपनी ही कार की पिछली सीट पर थे। कार स्टार्ट थी और शीशे व दरवाजे सब बंद थे, इसलिए पुलिस पहले इस मामले को एसी की गैस से मौत मान रही थी। मगर कारोबारी के परिजन व दोस्तों ने हत्या का आरोप लगाया था। 16 जुलाई को फोरेंसिक जांच हुई। 17 को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों पैरों पर सांप के कटे होने के निशान मिले थे। अंकित चौहान हत्याकांड की मुख्य हत्यारोपित माही अपने माता-पिता से अलग रहती है। चर्चा यह भी है कि उसने गोरापड़ाव में जो मकान लिया है वह भी किसी से उपहार में मिला है। पुलिस इस दृष्टि से भी जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार माही ने प्रेमी को जिस सपेरे की मदद से कोबरे से डसवाया था, उससे भी शारीरिक संबंध बनाए थे।