धर्मक्षेत्र
आज विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन करें विशेष चीजों का दान, घर में होगा रिद्धि-सिद्धि का वास
आज विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन करें विशेष चीजों का दान, घर में होगा रिद्धि-सिद्धि का वास
सीएन, हरिद्वार। इस साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 16 अप्रैल 2025 को दोपहर 1 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगी और समापन 17 अप्रैल 2025 को दोपहर 3 बजकर 23 मिनट होगी। उदया तिथि पड़ने के कारण यह विकट चतुर्थी का व्रत 16 अप्रैल को रखा जाएगा। इस दिन पूजा मुहूर्त-सुबह 5 बजकर 55 मिनट से सुबह 9 बजकर 08 मिनट तक है। इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देकर पारण किया जाता है। वैशाख संकष्टी विकट चतुर्थी के दिन चंद्रोदय का समय रात 9 बजकर 53 मिनट पर है। संकष्टी चतुर्थी व्रत का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण दोनों ही दृष्टि से बहुत अधिक महत्व माना जाता है। भगवान गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन कुछ चीजों का दान करना विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान गणेश जी की विधि.विधान से पूजा करने के बाद आप किसी जरुरतमंद व्यक्ति को अनाज, फल, कपड़े, पीतल या स्टील के बर्तन भी आदि चीजों का दान कर सकते हैं। इसके अलावा इस दिन पक्षियों को दाना डालना बहुत अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही अगर इस दिन जानवरों जैसे कुत्ता, गाय, बकरी आदि को घी या गुड़ के साथ रोटी, चारा, घास आदि चीजें खिलाई जाए तो आप पर गणेश जी की विशेष कृपा बरसती है। साथ ही सुख-समृद्धि में भी वृद्धि होती है।
विकट संकष्टी चतुर्थी को करें इन मंत्रों का जाप .
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्
.ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकट निवारय.निवारय स्वाहा
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये। वर वरद् सर्वजन्म मे वशमानाय नमः
इनमें से कोई भी एक मंत्र 11 माला जप करें। इससे आपको सकारात्मकता महसूस होगी। मान्यता है इनकी पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती है।
