आपदा
उत्तराखंड : भूकंप से फिर डोली धरती, हिमाचल बॉर्डर के पास था भूकंप का केंद्र
उत्तराखंड : भूकंप से फिर डोली धरती, हिमाचल बॉर्डर के पास था भूकंप का केंद्र
सीएन, उत्तरकाशी। सीमावर्ती जनपद उत्तरकाशी से बड़ी खबर आ रही है यहां भूकंप के झटके लगने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार को प्रातः. 11.56 मिनट पर जनपद में भूकंप के झटके महसूस किए गए भूकंप की तीव्रता. 03 रिएक्टर व गहराई 05 किमी मापी गई है। भूकंप का केंद्र बिंदु सिंगतुर वन क्षेत्र उत्तरकाशी,.हिमाचल बॉर्डर के पास की बताई गई है। जिला प्रशासन ने समस्त तहसील, थाना, चौकियों द्वारा दूरभाष पर ली गयी सूचना के बाद कहा है कि जिला मुख्यालय व समस्त तहसील, थाना, चौकियों क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस नही हुये हैं। जनपद में वर्तमान समय मे भूकंप से किसी प्रकार की क्षति की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
भूकंप के हल्के झटकों में बड़ी चेतावनी
राजधानी देहरादून में भी 26 अगस्त रविवार रात भूकंप के हल्के झटके लगे थे। तीव्रता के पैमाने पर भूकंप बेशक हल्का था लेकिन इसके पीछे बड़ी चेतावनी थी। खतरे की यह घंटी उन गगनचुंबी इमारतों के लिए थी जो दून से गुजर रही भूकंप रेखा के ऊपर या आसपास बनी हैं। पिछले दिनों देहरादून के मास्टर प्लान में भूकंप रेखा को चिह्नित कर उस पर निर्माण को रोकने की पैरोकारी की गई। शासन ने इस पर मुहर भी लगाई। इसके बावजूद भूकंप रेखा के इर्द.गिर्द लगातार ऊंची इमारत बन रही हैं जो दून के लिए खतरा बन रही हैं। देहरादून भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। यहां राजपुर रोड, सहस्त्रधारा और शहंशाही आश्रम से मेन बाउंड्री थ्रस्ट फाल्ट लाइन और मोहंड के आसपास से हिमालयन फ्रंट थ्रस्ट फाल्ट लाइन गुजरती है। दून घाटी में 29 अन्य भूकंपीय फाल्ट लाइनें भी हैं। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ऊंची आवासीय व व्यावसायिक इमारतें बन रही हैं। इसी तरह नैनीताल नगर भी भूकंप के लिए संवेदनशील बना हुआ है। यहां से भी मेन बाउंड्री थ्रस्ट फाल्ट लाइन गुजर रही है।